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ईशान में किचन के उपाय - NORTHEAST KITCHEN REMEDIES

अगर आपका किचन उत्तर दिशा या ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) कोने में  है तो वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा किचन आपको काफी परेशान कर सकता है. ऐसे घरो में शांति व् सेहत को लेकर हमेशा चिंता बनी रहती है और यदि साथ किचन काले रंग का उपयोग है तो  तलाक व् सरकारी मुक़दमे सम्बन्धी दिक्कते भी आ जाती है.

advance Vastu lecture - 1 - बेड और कंघी से जुड़े वास्तु शास्त्र के रहस्य जो कोई नहीं बताएगा

आज हम बात करते वास्तु शास्त्र में बेड की स्थिति कैसे देखि जाती है. देखिये बैडरूम की दिशा के बारे में आपने पढ़ा होगा लेकिन बेड किस तरह का हो उसके लिए वास्तु का ग्रंथ समरांगण सूत्रधार बताता है. इसमें हम 3 मुख्य चीज़ो के बारे में जानेंगे बेड, चप्पल और कंघी। 

किसी भी दीवार पर घड़ी या कैलेंडर न लटकाएं - where to place calendar and watch

  कुछ लोगो को घर में बहुत सारीं घडिया लगाने की आदत होती है  या जगह जगह पर  कैलेंडर लगाते है. लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घड़ी या कैलेंडर जैसी चीज़े स्थिर प्रकृति की नही होती। इसलिए इन्हे वास्तु अनुसार लगाना चाहिए.  घड़ी का काम लगातार चलना होता है और आगे बढ़ना होता है ऐसे में घड़ी को पूर्व या उत्तर की तरफ लगाना चाहिए।  कैलेंडर वायु तत्व को दर्शाता है और ये हमेशा  हिलता रहता है इसलिए इसे उत्तर पश्चिम कोण में या उत्तर दिशा की तरफ लगाना ज्यादा अच्छा रहता है. कुछ लोग घर में कहीँ भी कैलेंडर टांग देते है जो की गलत  प्रभाव देता है. दक्षिणपश्चिम कोण में कैलेंडर या घड़ी लगाना घर में स्थिरता की कमी कर सकता है वही दक्षिण दिशा में ये मानसिक शांति कम करता है. इसलिए यंहा इन्हे लगाने से बचना चाहिए।

वास्तु अनुसार टेलिफोन और फैक्स मशीन के लिए उचित स्थान

  वास्तु के नियम छोटी छोटी जगह पर भी लागू होते है. आज चर्चा करते है के घर या ऑफिस में टेलीफोन या फैक्स की मशीने या अन्य छोटी छोटी बातों में उपयोग आने वाली मशीने कहाँ रखनी चाहिए. 

तरक्की और आगे बढ़ने के लिए डाइनिंग रूम में लगाएं शीशा - mirror in dining room fengshui

  फेंगशुई के अनुसार finance से जुड़े उपायों में एक उपाय ये भी बनता है के dining room में शीशे का उपयोग किया जाये, आइये जानते है क्यों।  use mirror in dining room fengshui old fengshui में डाइनिंग रूम में शीशा लगाने की प्रथा है जिसमे dinning table भी दिखनी चाहिए. ऐसा करने का reason ये है के dining table परिवार के एकत्र होने की ओर इशारा करती है साथ ही इसपर खाना परोसा जाता है व् खाया जाता है जो की लालन पालन की ओर इशारा करता है. एक शीशा इस प्रचुरता को symbolically double कर  देता है.  mirror लगाते वक़्त इतना ध्यान जरूर रखें शीशे में बाहर की ओर जाता दरवाज़ा न दिखे नही तो पैसों की परेशानी आती है. 

वास्तु टिप्स - वायु तत्व - vastu tips for enhancing air element

  पूर्व दिशा में indoor plants लगाना आपके वायु तत्व को शुद्ध करता है जिससे शरीर के अंदर और बाहर दोनों तरफ ताज़गी बनी रहती है और वात, पित्त और कफ्फ़ बैलेंस अवस्था में आते है. दक्षिण-पूर्व या दक्षिण में भी पौधे अच्छे रहते है. 

लोटस से बनाये बिगड़े हुए संबंध - lotus crystal benefits in vastu-fengshui

  फेंगशुई के प्रोडक्ट्स में एक प्रचलित चीज़ है लोटस क्रिस्टल (lotus crystal). कुछ वास्तु शास्त्री इसे लक्ष्मी माता से जोड़ देते है और कुछ बुद्धि से. वैसे तो क्रिस्टल पृथ्वी तत्व का प्रतीक होता है जो की स्थायित्व से संबंध रखता है. let see कैसे इस्तेमाल करें lotus crystal  how to use lotus crystal  क्रिस्टल बहुत शक्तिशाली गैजेट्स माने जाते है. ये किसी भी स्थान की ऊर्जा को 100 गुणा से भी ज्यादा बढ़ा देते है. एक activate क्रिस्टल को स्थापित करने से positive energy अपने आप बढ़ने लगती है. अब बात आती है इसे  रखे कैसे ? वैसे तो इसे ऐसी जगह रखना चाहिए जहाँ इस पर सूर्य की रौशनी पड़े क्यूंकि इसमें से होकर जब सूर्य की रौशनी निकलती है तो अच्छी ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए खिड़की के पास रखना अच्छा रहता है.  लेकिन यदि आप रिलेशनशिप्स में परेशानी महसूस कर रहे है या कुछ हद तक दुर्भाग्य से घिरे हुए है तो ऐसे में इसे घर के दक्षिण-पश्चिम (225 डिग्री) पर रख सकते है.  इसके अलावा आप इसे अपने ऑफिस में भी रख सकते है, अच्छी सफलता देता है. इसमें खुली पंखुड़ी वाला lotus क्रिस्टल ही लाना अच्छा रहता है. नार्थ-ईस्ट दिशा मे

दुर्भाग्य दूर करती है लकी कैट - use of lucky cat in fengshui-vastu

  फेंगशुई में लाफिंग बुद्धा या विंड चिम के अलावा एक और famous product है  lucky cat.  भारत में बिल्ली को लेकर अनेक मान्यताऐ है जैसे दिवाली की रात को बिल्ली दिखना शुभ माना जाता है. बौद्ध देश जैसे चाइना, जापान में एक हाथ उठाये बिल्ली को बड़ा शुभ माना जाता है जिसे लकी कैट कहा जाता है. आइये जानते है क्या है इसके फायदे और कैसे करे इसका उपयोग. 

धन -सम्पति देता है तीन टांगों वाला मेंढक - three leg Tod fengshui

  आज बात करते है फेंगशुई में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए उपयोग होने वाले मेंढक की. इसे तीन टांगों वाला मेंढक कहा जाता है. तीन पैर वाले मेंढक असलियत में भी पाये जाते है लेकिन बहुत कम. आइये जानते है कैसे समृद्धि बढ़ाता है ये थ्री लेग फ्रॉग  MONEY FROG - Three legged frog तीन पैर मेंढक फेंगशुई में बहुत ज्यादा प्रचलित प्रोडक्ट है ऐसा माना जाता है के इसको रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार घर में होता है जिससे सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है. teen pair wala mendhak ghar me vastu shastra me bahut jyada use hone laga hai.  story about jin chan - three leg frog  लेकिन मेंढक की ये प्रजाति असली में भी पायी जाती है. इसके बारे में कई कथाये भी प्रचलित है, जिसमे से एक मेंढक ने एक व्यक्ति को जादूगर बना दिया और अच्छी तरक्की दिलाई. इसके अलावा इसे chinese Eight Immortals की वाइफ माना जाता है जो दंड के कारण मेंढक बनी जिसमे wealth attract करने की क्षमता मानी जाती है.  इसके लिए आप wikipedia के  Jin chan  पेज पर पढ़ सकते है.  Chinese  mythology में इस मेंढक को भी कई नामो से जाना जाता है जैसे  Jin Chan, Chan Chu

करियर में नए अवसर प्राप्ति के लिए छोटा सा वास्तु उपाय - simple vastu tip for gaining new opportunities

  कई बार करियर ब्लॉक सा हो जाता है जितना आ रहा है उसमे गुजारा  तो है लेकिन आगे बढ़ने में मुश्किल  आ रही  होती है आ आपको एक छोटा सा वास्तु उपाय बता रहे है जिनसे नयी career opportunities मिल सकती  है

संतान और धन देती है वास्तु गाय - benefits of vastu cow

   भारत में हमेशा से ही गाये को पूजा जाता है काफी सम्मान दिया  जाता है लेकिन इसके साथ ही वास्तु में गाय का बहुत महत्व है. वैदिक वास्तु में भी कई जगह गौ के सकरात्मक ऊर्जा का उल्लेख मिलता है.  फेंगशुई में भी गाये को विशिष्ट माना गया है, इसमें गाये के प्रतीक को कामना को पूरा करने वाला माना गया है. आइये जानते है क्या है फेंगशुई गाय के फायदे फेंगशुई गाय का सबसे अच्छा फायदा जो मिलता है वो है मानसिक शांति। वैसे तो हिन्दू मान्यताओं में भी कामधेनु गाय का उल्लेख मिलता है जो हर मनोकामना करते ही उसे पूरा कर देती है.  wealth cow    fengshui in hindi गाय की कई तरह की symbols बाजार में मिलते है जिसमे एक सिंबल में गाय सिक्कों के ऊपर बैठी होती है इसे  wish granting cow  भी कहते है.  ज़ाहिर सी बात है पैसों से इसका link होगा, लेकिन इसके और भी फायदे है इसका पहला फायदा तो यह है के धन  संबंधी परेशानी में अच्छा फायदा  देती है इसके  अलावा आपकी मेहनत से मिलने वाले return को बढ़ाती है.  मुश्किलों का सामना करने में ये गाय मदद करती है, गाय का स्वभाव ही शांत है इससे मानसिक शांति मिलती है और जब मन शांत है तो गलती की

फेंगशुई के पांच तत्व कौन से है - five elements of fengshui in hindi

  फेंगशुई के पंचतत्व वास्तु शस्त्र के पांच तत्वों से अलग बताए गए है. एक सही जगह तत्व दूसरे तत्व को बढ़ाता है साथ ही अगर तत्व का स्थान गलत है और संबंधित तत्व को नुकसान करता है, आपको बताते है के कौन से पांच तत्व होते है फेंगशुई में. और कैसे जुड़े होते है ये एक दूसरे से  understand five elements of fengshui in hindi  वास्तु शास्त्र (vastu shastra) के फाइव एलिमेंट्स होते है  1. जल  2. अग्नि  3. पृथ्वी  4. आकाश  5. वायु  फेंगशुई के five elements और उनके colors  elements              color  1. जल      -       नीला रंग (blue) 2. लकड़ी  -         हरा रंग   (green) 3 अग्नि   -         लाल       (red) 4. पृथ्वी   -          पीला      (yellow) 5. धातु (metal) -  गोल्डन, सफ़ेद   (white)  cycle of production law   फेंगशुई के अनुसार जल से लकड़ी तत्व का निर्माण होता है wood से अग्नि का आग से धरती तत्व बनता है और धरती तत्व से धातु तत्व (fire element) इसे cycle of production law भी बोलते है.  cycle of destruction law fengshui  एक तत्व दूसरे तत्व का निर्माण भी करता है और यदि गलत है तो उसे खत्म भी करता है जैस

मंदिर के पास घर होना चाहिए या नही - house near temple as per vastu shastra

  काफी  लोगों के मन में एक बात बहुत ज्यादा होती है के घर मंदिर के पास होना चाहिए या नही. ये बहुत  गूढ़ विषय सा लगता है. आइये जानते है क्या मंदिर के पास घर होना चाहिए या नही. 

शोहरत और नाम के लिए वास्तु उपाय - vastu fengshui tips to get name and fame

  नाम कौन नहीं कमाना चाहता। आजकल सभी लोग फेमस होना चाहते है. वास्तु शास्त्र में भी नाम कमाने व् पॉपुलर होने  के लिए दिशाएं बताई गयी है, जिन्हे पॉजिटिव एनर्जी देकर हम प्रतिष्ठा प्राप्त कर  सकते है. आइये जानते है popular होने के vastu tips 

वास्तु में सेक्स के लिए कौन सी दिशा - vastu-fengshui directions for sex

  वास्तु शास्त्र में हर दिशा किसी न किसी काम से जुडी होती है. आज आपको बताते है के सेक्स और अट्रैक्शन से मुद्दों के लिए कौन सी दिशाएं महत्वपूर्ण होती है. In Vastu Shastra, every direction is related to some work. Today we will tell you which directions are important for issues related to sex and attraction.

वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा का महत्व - vastu direction for social association

वास्तु शास्त्र में हर दिशा व् हर कोण हमारे जीवन से किसी न किसी तरीके से जुड़ा होता है. आज बात करते है हमारे समाजिक जुड़ाव से कौन सी दिशा का संबंध होता है. यदि हम समाज में अपनी पहचान या कोई सरकारी पहचान बनना चाहते है तो किस दिशा को इम्प्रूव करना चाहिए. 

फायदे की जगह नुकसान भी कर सकता है मनीप्लांट - where to place money plant as per vastu shastra

  वास्तु शास्त्र में पेड़ पौधों का बहुत महत्व है. इसी में एक पौधा है मनी प्लांट जिसे लोग घर में समृद्धि लाने के लिए लगाते है. लेकिन अगर यही पौधा गलत दिशा में रखा जाए  तो नुकसान भी कर सकता है. आइये जानते कहाँ रखे मनी प्लांट को  where to place money plant as per vastu shastra - कहाँ लगाएं मनी प्लांट  वैदिक वास्तु के अनुसार  मनीप्लांट का संबंध शुक्र और कुछ हद तक बुध से होता है. इस प्रकार से इसे आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में लगाना सबसे अच्छा होता है. money plant ko hamesha aagnay kon me lagana chahiye. वास्तु अनुसार दक्षिण-पूर्व दिशा के देवता गणेशजी हैं जबकि प्रतिनि‍धि शुक्र हैं। (lord of southeast is venus & mercury). इस दिशा में ये पौधा लगाने से पॉजिटिव एनर्जी मिलती है. money plant  को कभी भी ईशान यानी उत्तर-पूर्व (ishan kon) में नहीं लगाना चाहिए।   ishaan kon ka malik jupiter hota hai or shukra ke sath uska sambnadh acha nhi hota अगर आपको ईशान कोण में कोई पौधा लगाना है तुलसी का पौधा लगाया जा सकता 

माइग्रेन बीमारी का वास्तु से संबंध - migraine and vastu shastra

    नमस्कार दोस्तों।।  वास्तु शास्त्र में बीमारियों के बारे में भी बताया गया है. आज चर्चा करते है एक कॉमन बीमारी की जिसका नाम है माइग्रेन। सबसे पहले ये जानते है के शरीर में ये बीमारी किस कारण से होती है.  माइग्रेन आज की तारीख में एक common problem है. लेकिन जिसको होती है वही इसका दर्द जानता है. पहले जानते है माइग्रेन कैसे होता है.  जब हमारे शरीर में भोजन सही से नही पचता तो एक अम्ल यानि एसिड  का निर्माण होता है इसे आयुर्वेद में आम भी बोला जाता है.  ये शरीर में कंही भी अपनी जगह बना लेता है. अगर ये सिर में अपनी जगह बना ले तो माइग्रेन बनने की शुरुआत हो जाती है.   डेली अपच की वजह से सिर के उस हिस्से की नसें कमज़ोर हो जाती है. और जब भी  शरीर में एसिड लेवल जिसे हम तेजाब भी बोलते है उसका स्तर नार्मल से ज्यादा बढ़ जाता है उसी समय ये भयंकर दर्द होता है.  इस प्रकार हमें पता चलता है के इसका मुख्य कारण पित्त और अपच है. अब हम बात करते है वास्तु अनुसार इस बीमारी को कैसे देखा जाये।   वास्तु शास्त्र में एक घर को बीमारियों के हिसाब से 3 भागों में बांटा गया है. ये  तीन भाग है वात, कफ और पित्त। इस बीमारी का

वास्तु अनुसार नीला रंग कहाँ उपयोग करना चाहिए blue color in vastu shastra

  आज चर्चा करते है नीले रंग (blue color) की, वास्तु शास्त्र या फेंगशुई मे कैसे इस रंग को बताया जाता है और कैसे उसे यूज़ करते है आइये जानते है. 

दक्षिणपश्चिम दिशा का एक दोष - major vastu dosh in southwest

  आज चर्चा करते है दक्षिणपश्चिम दिशा से जुड़े कुछ प्रैक्टिकल तथ्यों की. इस दिशा में क्या क्या दोष हो सकते है आइये जानते है. 

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