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वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा का महत्व - vastu direction for social association

वास्तु शास्त्र में हर दिशा व् हर कोण हमारे जीवन से किसी न किसी तरीके से जुड़ा होता है. आज बात करते है हमारे समाजिक जुड़ाव से कौन सी दिशा का संबंध होता है. यदि हम समाज में अपनी पहचान या कोई सरकारी पहचान बनना चाहते है तो किस दिशा को इम्प्रूव करना चाहिए. 

ईशान कोण का मंदिर कब अच्छा कब बुरा - temple in northeast direction in vastu

  वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण यानी के नार्थईस्ट (उत्तरपूर्व)  में मंदिर बनाना अच्छा रहता है, क्या ये सच में अच्छा होता है, या कुछ नुक्सान भी दे सकता है ? आइये जानते है किन परिस्थितियों में ईशान कोण का मंदिर अच्छा होता है और कब नहीं बनाना चाहिए. 

बैडरूम का वास्तु शास्त्र से संबंध - bedroom as per vastu shastra

   बैडरूम हमारे जीवन का एक अति महत्वपूर्ण अंग है, वास्तु शास्त्र की अगर हम बात करें तो ये इतना महत्वपूर्ण विषय है के बेड कैसे बने, उसका साइज कैसा हो ये भी महत्वपूर्ण वास्तु ग्रंथों में लिखा गया है. हालाँकि ये बहुत ज्यादा रिसर्च का विषय है जिसे एक अकेला वास्तु कंसलटेंट खोज नहीं सकता पूरी team की जरुरत पड़ती है. 

साउथवेस्ट में मुख्य द्वार का वास्तु - vastu of southwest main entry

    साउथ-वेस्ट जिसे नैऋत्य कोण भी कहते है. ये दिशा  वास्तु शास्त्र की सबसे महत्वपूर्ण दिशा होती है. माना जाता है के इस दिशा के कारक ग्रह राहु देव होते है.  वास्तु ग्रंथो के अनुसार इस दिशा में घर के मुख्य द्वार का होना एक बड़ा  वास्तु दोष माना जाता है जो की आपको हर तरह की परेशानी देने की क्षमता रखता है. आइये जानते है क्या परेशानियां आती है और क्या हो सकता है इस वास्तु दोष का उपाय।

वास्तु अनुसार मंदिर कैसे रखे - temple as per vastu rules

   कहते है जिस घर में रोज भगवान की पूजा होती है उस घर में देवी- देवता खुद साक्षात निवास करते है और उनकी कृपा हमेशा घर परिवार पर बनी रहती है। लेकिन वास्तु के अनुसार घर में मंदिर सही ना हो तो दुष्परिणाम भी सामने आते है. आइये जानते है क्या है वास्तु में घर में मंदिर बनाने के नियम

उत्तरपश्चिम वास्तु जोन - north-northwest vastu zone

  नार्थ-नार्थवेस्ट (sex and attraction) - 326.25-348.75 degree का ये एरिया होता है, लगभग सभी वास्तु से जुड़ीं प्राचीन किताबें इस जोन को रति क्रीड़ा के लिए उपयुक्त बताती है. ये जगह नए couple के लिए सबसे अच्छी मानी गई है. इसमें वो आपस में जुड़ाव महसूस करते है व उसका आनंद भी उठाते है. 

बिज़नेस और वास्तु का सीधा संबंध - business and Vastu Shastra relation

वास्तु शास्त्र का व्यवसाय से सीधा लेना देना होता है चाहे वो फैक्ट्री वास्तु हो या इंडस्ट्री वास्तु या कोई दूकान का वास्तु।  वास्तु के नियम हर बिज़नेस को मानने ही पड़ते है. इस पोस्ट में हम जानेंगे के कैसे वास्तु बिज़नेस को प्रभावित करता है. 

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