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Showing posts from December, 2016

अंक शास्त्र से घटाएं अपना वजन - loose weight via numerology help

ज्योतिष सूर्य को वजन घटाने का कारक मानते है लेकिन शनि भी व्यक्ति को पतला करने का काम कर सकता है. आइये जानते है एक छोटी सी numerology guide उन लोगों के लिए  जो पतला होना चाह रहे है.  numerology trick for weight loose  ज्योतिष में सूर्य को मांस - हड्डी का कारक माना जाता है वजन का इससे सम्बन्ध होता है. साथ ही Jupiter भी पेट से सम्बन्धित होने के कारण अपनी खराब अवस्था में मोटापा दे देता है. अब बात करते है शनि की, शनि को किसी भी चीज़ को सिकोड़ के रख देने वाली शक्ति हासिल है. ऐसा माना जाता है के शनि देव किसी भी चीज़ को छोटा या एक तरह से सूखा देने की क्षमता देते है.  अगर numerology में हम शनि की शक्ति का सही इस्तेमाल कर सके तो यकिनन अच्छे results मिल सकते है. इसका एक तरीका यह है के जैसे हम कोई diet plan लेते है तो 26 तारीख से शुरू क्र सकते है या जिम जैसे जगह जाते है या कोई medicine लेते है जिसका उद्देश्य weight maintain करना हो उसे भी 26 तारीख को शुरू करे. कोई भी काम वजन घटाने के उद्देश्य से 26 से शुरू करे.  why i use 26 - शनि का नंबर 8 है मैं 8, 17 भी तारीख ले सकता था but 26 ज्यादा positive रहेग

रोहिणी नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति के गुण - rohini nakshatra born character in hindi

रोहिणी नक्षत्र नक्षत्रो में चौथा नक्षत्र है. ऐसे जातक का व्यवहार अच्छा होता है, साथ ही जातक खुश मिज़ाज़ होता है. उसका झुकाव संगीत, कला के प्रति   हो सकता है. ऐसे जातक दूसरे sex के साथ ज्यादा खुश रहते है. इनकी वाणी मीठी होती है साथ ही माता का ऐसे जातक पर ज्यादा प्रभाव होता है.  रोहिणी नक्षत्र के गुण - things about rohini nakshatra  sex =  female  गुण - राजसिक  दिशा - पूर्व  राशि  = 10 डिग्री से 23. 20 डिग्री वृषभ  नक्षत्र स्वामी = चन्द्रमा  नक्षत्र राशि स्वामी = शुक्र  शरीर  के हिस्से   = चेहरा, जीभ, गर्दन  business of rohini nakshatra यदि दसवें घर से इस नक्षत्र का सम्बन्ध हो तो ऐसे में बेकरी, bar, दूध, तेल, ice cream जैसे business करने शुभ रहते है. इसके अलावा साबुन, चन्दन, paint, रँगाई का काम भी रोहिणी नक्षत्र ही करवाता है.   disease form rohini nakshatra - छठे या आठवें से सम्बन्ध बने तो सूजन, सर्दी जुकाम, तलवे में दर्द, साथ ही महिलाओं को अनियमित period की प्रॉब्लम देता है.  एक और अच्छी बात बताता हूँ के यदि आपकी कुंडली में रोहिणी नक्षत्र फायदेमंद है तो शादियां कराने का काम आपको बहुत शुभ

सांतवे भाव में सूर्य का फल - sun in seventh house in lal kitab

सांतवे घर में सूर्य लाल किताब के अनुसार नीच का माना जाता है. लाल किताब के अनुसार ऐसा जातक अपनी married life से परेशान रहता है. business में हानि होती है. स्वभाव में गुस्सा हो सकता है. मित्र ग्रहों की मदद से फायदा होता है. पहले खाने में कोई ग्रह न हो तो सूर्य सोया हुआ माना जाता है. पराई स्त्री जो की माता के सामान हो उससे फायदा मिलता है. ससुराल से सम्बन्ध खराब होते है. उपाय - remedies for sun in 7th house रसोई के बाद आग बुझाने के लिए दूध छींटे मारे। काली गाय को घास दें कोई भी काम करने से पहले कुछ मीठा खा ले.

उत्तर दिशा के मुख्य द्वारों के प्रभाव - north main door effects vastu

आज चर्चा करते है उत्तर मुखी घरों में कौन से मुख्य द्वार कैसा फल देते है. वास्तु पुरुष मंडल के अनुसार उत्तर दिशा के कुल 8 तरह के द्वार बनते है आइये जानते है उनका क्या क्या प्रभाव होता है. north facing house entrances उत्तर दिशा compass से 315 डिग्री से शुरू होकर 45 degree तक मानी जाती है. इस 90 डिग्री के फर्क को 8 बराबर भागों में बाँट दे. (360 डिग्री का चक्र होता है. 315 - 360 = 45 + 45 = 90 ) इन आठ हिस्सों में main door होने का अलग अलग असर घर पर पड़ता है. क्या है ये असर आइये जानते है. (पोस्ट में दी हुई pic से इन देवताओं के नाम पढ़ सकते है.) रोग - इस कोण में मुख्य द्वार होने से व्यक्ति अनजाने शत्रुओं से परेशान रहते है, पूरा समय व् धन दुश्मनी में ही निकलता है नाग - धन का नुकसान होता है, साथ ही बुरे कर्म वाले लोग मिलते है. नज़र दोष ऐसे घरों में होता है. मुख्या - ये द्वार शुभ माना गया है , धन प्राप्ति होती रहती है. भल्लाट - जमीन - जायदाद बनती है, अत्यधिक धन कमाता है. सोम - कुबेर - कुछ हद तक ठीक ही होता है, चरित्र धार्मिक होता है. भुजग - ऐसे घर में मुखिया का या सभी लोगो का स्वभाव नकारात्मक य

वृश्चिक राशि के लिए साल 2017 - vrishchik rashifal 2017 in hindi

आइये जानते है वृश्चिक राशि वाले लोगों के लिए साल 2017 कैसा जाने वाला है.  जनवरी वृश्चिक राशि वालो के लिए जनवरी माह अच्छा  रहेगा।  नौकरी व पद, प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। परिवार से लाभ सम्भव है. आर्थिक स्थिति अछि रहेगी साथ ही तरक्की होने के आसार है. परिवार को समय दे. फरवरी इस महीने नए नए विचार मन में आ सकते है, खर्च भी ज्यादा होंगे. धार्मिक कार्यो में भाग ले. कुल मिलाकर ये महीना सामान्य रहेगा. किसी से लड़ाई करने से बचे. मार्च व्रश्चिक वालों के लिए यह महीना अच्छा नही रहेगा। धन और समय दोनों बर्बाद होंगे. उधर का लेन देन न करे. स्वास्थ्य का ध्यान रखें। अप्रैल इस महीने सामाजिक कार्यो में उलझे रह सकते है, अपनी वाणी पर संयम बनाये रखे. इस महीने कर्ज़ के लेन देन से दूर रहे. लव लाइफ अच्छी  रहेगी. मई इस राशि वालो के लिए यह महीना अच्छा कहा जा सकता। परिवार की व्यवस्थाओं में किया गया प्रयास फलीभूत होगा। शरीर स्वस्थ रहेगा, आर्थिक पक्ष मजबूत होगा. जून इस महीने कुछ नए सम्बन्ध बनते दिख रहे है, भगवन में आस्था जाग सकती है. मान सम्मान मिल सकता है. पैसा आएगा. कानून से जुड़े लोग इस महीने तरक्की करेंगे. जुलाई व्रश

दक्षिण-पश्चिम में टॉयलेट अच्छा या बुरा

दक्षिण-पश्चिम दिशा को नैऋत्य कोण कहा जाता है, ईशान कोण के बाद ये कोण सबसे महत्वपूर्ण होता है. कुछ वास्तु शास्त्री इस स्थान पर टॉयलेट बनाने की सलाह देते है कुछ नही. जबकि दोनों ही सही हैं. आइये जानते है ये भ्रम की स्थिति क्यों आती है.  south-west toilet good or bad or both वास्तु पुरुष मंडल के अनुसार दक्षिण पश्चिम का कोना चार भागों में बनता है जिन्हें हम 4 देव भी बोलते है ये है - भ्रंगराज, मृग, पितृ, दौवारिक ... इन्हें आप pic में देख कर समझ  पाएंगे.  इन  देवताओं की शक्तियों का अलग अलग वर्णन मिलता है. इनमे से केवल भृंगराज वास्तु जोन में टॉयलेट बनाना फायदेमंद होता है (ऐसा क्यों है वो आपको अन्य पोस्ट में बताएंगे.) जबकि अन्य कोण में बुरा माना जाता है. पितृ वास्तु जोन में टॉयलेट तलाक की समस्या तक दे देता है पितृ दोष का निर्माण करता है.  कुछ vastu consultant toilet की दिशा southwest बता देते है जो की गलत है, proper degree के हिसाब से बताना जरूरी है एक तरह से southwest-south में टॉयलेट बनाया जा सकता है. 

छठे भाव में सूर्य का फल - sun in sixth house in lal kitab

लाल किताब के अनुसार छठे घर में सूर्य होने से जातक अपने ननिहाल से लाभ पाता है, ऐसा जातक थोड़ा बेफिक्र सा रहता है. अपने भाग्य पर भरोसा रखने वाला होता है. पहले घर में शनि या शुक्र हो तो स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.  ऐसे लोगों का जीवन में अपना या पिता का एक  बार पतन अवश्य होता है. लेकिन पुत्र जन्म हो तो बहुत अच्छा फल मिलता है.  उपाय - बन्दरो को गुड़ खिलाएं  माता या दादी के पैर धोएं  शीशे के चकोर टुकड़े जमीन में दबाएं 

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