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कुंडली में बृहस्पति के लिए उपाय - astrology upay for jupiter in hindi

ज्योतिष में नवग्रहों में बृहस्पति ग्रह को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है. बृहस्पति से ही किसी व्यक्ति के स्वभाव, और धन व् कुटुंब के बारे में जाना जाता है. बृहस्पति के कुंडली में खराब स्थिति में होने से परेशानियां बहुत ज्यादा आती है. लाल किताब के अनुसार क्या है बृहस्पति के उपाय आइये जानते है.  kundali me guru ke  upay  यदि गुरु कमजोर है या खराब प्रभाव दे रहा है तो पूर्णिमा के दिन सतनारायण की पूजा करनी चाहिए. गुड़ और चने का प्रसाद बाँटना चाहिए.  अपने कुल पुरोहित की सेवा  करनी चाहिए। यदि गुरु पांचवे भाव (fifth house) में हो दान नहीं लेना चाहिए.  बृहस्पति से संबंधित चीज़ों का दान (donate) करना चाहिए.  इसमें एक बात और देखनी चाहिए के गुरु ग्रह नीच है या कमज़ोर, यदि कमज़ोर है सोना धारण करके उसे मजबूती दी जा सकती है. लेकिन नीच है स्वर्ण नहीं पहनना चाहिए. 

बृहस्पति से सम्बंधित चीज़े

बृहस्पति से सम्बंधित चीज़े देवी - देवता   =    ब्रह्मा पेशा  - व्यापार   =    ब्राह्मण, पूजा-पाठ , सर्राफ - सोने के सम्बंधित काम , विशेषता =    आध्यात्मिक ज्ञाता गुण  = हवा, आत्मा, साँस, पिता, सुख, शक्ति = साँस लेने के शक्ति धातु  = सोना, पुखराज अंग  = गर्दन पोशाक = पगड़ी पशु  =   शेर, भूरि चींटी, शेरनी, भूरा रीछ वृक्ष - पीपल अनाज =  हल्दी, चने की दाल, केसर रंग =  पीला निवास स्थान = मंदिर, धरम स्थल

लाल किताब के अनुसार गुरु के उपाय - juputer in lal kitab

लाल किताब के अनुसार गुरु के उपाय  प्रथम   भावमें   स्थित   बृ्हस्पति   के   उपाय (Remedies of of Jupiter in the first house) 1)  नाक   में   चाँदी   पहने  (  धारण   करे ) 2)  सोने   की   जंजीर   गले   में   पहनें . 3)  दरिया   में   सरसो   का   तेल   प्रवाहित   करें . 4)  नदी   में   बादाम   प्रवाहित   करें . 5)  चलते   पानी   में   नारियल   छोडे़ . 6)  गाय   पाले   या   उसकी   सेवा   करें . 7)  अछूत   की   सेवा   करें . 8)  केसर   का   तिलक   लगाएं . द्वितीय   भाव   में   स्थित   बृ्हस्पति   के   उपाय   (Remedies of Jupiter in the second house) 1)  चने   का   दाल   मन्दिर   में   शिवजी   पर   चढा़ये . 2)  गाय   का   पूजन   करें . 3)  कन्या   का   पूजन   करें . 4)  मन्दिर   में   दान   दें . 5)  अतिथि   का   सत्कार   करें  . 6)  पूजा   पाठ   मे़   बिश्वास   रखें . तृ्तीय   भाव   में   स्थित   बृ्हस्पति   के   उपाय   (Remedies of Jupiter in the third house) 1)  कभी   भी  झू ठ   ना   वोले   सत्य   के   पालन   करने   का   प्रयास   करें . 2)  किसी   के   भी   साथ   घात   न   करें   अर्थात

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