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Showing posts from September, 2015

उपाय - जो घर के कलह से बचाए

घरों में छोटा-मोटा तनाव तो चलता रहता है लेकिन कभी कभी बात  हद से ज्यादा बढ़ जाए तो जीवन की शांति चली जाती है। ऐसा भी देखा जाता है के कई बार लोग कलह और झगड़ों से तंग आकर गलत कदम भी उठा लेते हैं।इसका कारण घर का वास्तु दोष या अन्य दोष होता है। आइये जानते है ऐसे माहौल को ठीक करने के वैदिक उपाय व् वास्तु उपाय  वैदिक उपाय  घर के पूजा स्थान पर घी का पंचमुखी दीपक हर मंगलवार जलाएं। कपूर और अष्टगंध की सुगंध प्रतिदिन घर में फैलाएं। गुरुवार और रविवार को गुड़ और घी मिलाकर उसे कंडे पर जलाएं, इससे वातावरण सुगंधित होगा। हफ्ते में 1 बार किसी भी दिन घर में गूगल की धूनी देने से गृहकलह शांत होता है। वास्तु उपाय  वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कलह का कारण कबाड़ा भी हो सकता है तो यदि अगर आपके घर में पुराना बिना उपयोग का सामान ज्यादा है तो उससे बाहर करें  इसके अलावा अपने कमरे व् रसोई घर में काले व् लाल रंग का ज्यादा उपयोग करने से भी गृह कलेश होता है   घर में रोज़ाना पोछा लगाने में समुंद्री नमक का प्रयोग करें  अपने घर में Rock salt lamp का उपयोग करें इससे भी माहौल में शांति आती है.

लाल किताब में दूसरा घर - lal kitab me dusra ghar-bhav

जन्मकुंडली में दूसरा घर हमारी इज्जत और धन के बारे में बताता है. हमारे पास पैसा शुभ कामों से कितना आएगा हमारा सम्मान कितना होगा दूसरे घर से पता चलता है. बुरे कामों से कमाई का दूसरे घर से सम्बन्ध नही होता। ओर क्या बताता है जानते है  lal kitab mai second house in hindi हद तक मानसिक प्रेम भी इस घर से सम्बन्ध रखता है. हमारी नेकी या हमारा दुसरो से काम निकलवाने का तरीका भी इसी घर से पता चलता है. हमारे मकान के सम्बन्ध में इस घर से मकान बड़ा या छोटा होने का पता चलता है. दिशाओ के हिसाब से ये घर उत्तर-पश्चिम दिशा का होता है.. यहाँ बैठे हुए ग्रह शुभ फल ही देते है लेकिन आठवे में कोई अशुभ ग्रह नही होना चाहये। यहाँ का करक बृहस्पति है और चन्द्रमा इस घर में उच्च होता है. ye ghar maan smaan ka hai. yehi baat brahspati ki bhi hoti hai isi vajah se yaha ka karak brihaspati hi hota hai.  शरीर के अंगो में ये घर गर्दन और माथे पर तिलक लगाने की जगह से सम्बन्ध रखता है. हम अपने रिश्तेदारो से क्या लेंगे या क्या देंगे इसी घर से पता चलता है. ये घर अध्यात्म से भी सम्बन्ध रखता है.  कुछ हद तक हमारे सम्बन्ध ससुराल से कै

विदेश जाने के लिए वास्तु टिप्स

काफी लोग विदेश यात्रा करना चाहते है कुछ सफल हो जाते कुछ नही. आजकल काफी लोग विदेशी कम्पनियो से (स्टूडेंट्स, नौकरशाह) अपनी कॉल या ईमेल की आस लगाये बैठे होते है क्यूंकि वे वह काम  करना चाहते है या पढ़ना चाहते है. वास्तु शास्त्र व् फेंगशुई में भी abroad जाने के लिए tips दिए गए है आइये  जानते है क्या है ये टिप्स.  vastu shastra के अनुसार foreign में जाने के लिए उत्तर- पश्चिम दिशा (वायु कोण) सबसे महत्वपूर्ण होती है साथ ही ईशान कोण भी देखा जाता है. फेंगशुई में भी विदेश यात्रा के लिए वायु कोण को ही ऊर्जावान (activate) बनाया जाता है इसके लिए रंग, क्रिस्टल व् पिरामिड का प्रयोग किया जाता है.  vastu tips for foreign visit southwest कोण में एक ग्लोब (globe) रखने से आपके विदेश जाने के अवसर बढ़ते है. ये ग्लोब क्रिस्टल का भी हो सकता है लेकिन crystal का उपयोग किसी vastu expert से पूछकर ही करें  यदि आप विदेश किसी job या business purpose से जाना  चाहते है और आप इसके लिए उपयुक्त (eligible) भी है तो आप अपने घर के नार्थ-ईस्ट, ईशान कोण में एक 18*24* का शीशा लगाये  कभी कभी ऐसा देखा जाता है की सब कुछ तैयारी के ब

कैसे होते है N वाले लोग ?

अंग्रेजी का 14वां लेटर है 'एन'। अंक ज्योतिष के अनुसार यह लेटर बुध से प्रभावित होता है। जिनके नाम का पहला लेटर एन होता है वह अपनी धुन में रहने वाले लोग होते है इन्हे किसी की भी परवाह नही होती। आइये जानते है N वालों के और भी गुण ऐसे लोगो को गति और बदलाव बहुत पसंद होते है ज्यादातर ऐसे लोग अपने मूड के हिसाब से चलते है और इसी कारण से कभी कभी इनके दोस्तों की संख्या कम  हो जाती है. जिन लोगों के नाम का पहला इंग्लिश अक्षर एन है, वे जीवन में कई बार कठिन समय का सामना करते हैं। इनके कार्यों में बाधाएं आती हैं. ऐसे लोगो को आसानी से सफलता प्राप्त नहीं हो पाती है। जीवन में लगातार परेशानियों का सामना करते हुए ये लोग मजबूत और शक्तिशाली बन जाते हैं। अपने अनुभव के आधार पर समस्याओं को निपटा लेते हैं और आगे बढ़ जाते हैं। ये लोग बहुत अच्छे मित्र भी होते हैं, अपने मित्रों के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और उनकी मदद करते रहते हैं। कभी कभी ऐसे लोगो का वयवहार सनकी जैसा हो सकता है. इस नाम वाले व्यक्ति के जीवन में समय-समय पर उतार-चढ़ाव और नये मोड़ आते रहते हैं। इनमें एक बड़ी खूबी होती है कि, किसी भी व्यक्ति

हार्ट नंबर की विशेषताएं 1 से 9 तक

अंक शास्त्र में हार्ट नंबर से  व्यक्ति विशेष के बारे में बहुत सी बाते उजागर होती हैं. हर अंक का अपना महत्व माना गया है. हर व्यक्ति का अपना हर्ट नंबर होता है. आइये जानते है अपना हार्ट नंबर और 1 से 9 तक विभिन्न हार्ट नंबर वाले लोगो की विशेषताएं  हर्ट नंबर और प्रेम अंक की गणना | Calculating Heart Number and Love Number - heart number- romance number in numerology अंग्रेजी वर्णमाल में 5 वोवेल्स होते है (a, e, i, o, u ). आपके नाम में आने वाले सभी वोवेल्स का जोड़ हार्ट नंबर बताता है. जब अंत में एक संख्या प्राप्त हो जाए तब वह आपका हार्ट या रोमांस नंबर माना जाएगा. यदि आपके जोड़ में 24  का अंक आए तब आप इसे फिर से 2 +4 =6  करेगें. क्योंकि हमें अंतिम अंक लेना है. किस वोवेल कौन सा अंक मिला है. (vowel number in numerology) A - 1 E - 5 I - 9 O - 6 U - 3 माना एक व्यक्ति का नाम मुकेश गर्ग  (mukesh garg ) है. इस नाम में u, e, a तीन शब्द का प्रयोग हुआ है. इनका जोड़ करेंगे  a = 1  u = 3  e = 5   5 +3 + 1= 9  इस प्रकार हमें 9  अंक प्राप्त हुआ और इनका रोमांस नंबर (romance number) 9  माना जाएगा. अंक 9  की खू

यदि आपका नाम G से शुरू होता है - letter G person numerology

जिन लोगों का नाम अंग्रेजी के जी लेटर से शुरू होता है उनका मन साफ और पवित्र होता  हैं। ऐसे लोग अपनी ईमानदारी और निष्ठा के कारण समाज में मान-सम्मान प्राप्त करते हैं. ऐसा व्यक्ति जीवन में हमेशा आगे बढ़ने की कोशिश करता है। आइये जानते है G वाले लोगो के गुण और अवगुण character of person name starts with letter G G शब्द धर्म को मानने वाला होता है. ऐसे लोगो दूसरे लोगो की भलाई के लिए संघर्ष और समर्पण की भाव होता है ये लोग भविष्य के बारे में सोचते है और काफी हद इन्हे अपने future के बारे में पता भी होता है. इनका व्यक्तित्व बहुत ही attractive होता है और इस कारण इनके आसपास कई लोग सदैव रहते हैं। जी अक्षर वाले लोग अपने सिद्धांतों पर जीना पसंद करते हैं। इन्हीं के बल पर खास उपलब्धियां हासिल करते हैं। इनका बौद्धिक स्तर भी काफी ऊंचा रहता है।अपनी गलतियों से दुःखी होकर बैठने की बजाय उनसे सीख लेकर life को बेहतर बनाने की कोशिश करते हैं। ऐसा देखा जाता है ऐसे व्यक्ति धर्म-कर्म एवं दर्शनशास्त्र में गहरी रूचि रखते हैं। ये लोग मन के साफ़ होते है और इसी कारण कई बार लोग गलत फायदा भी उठाने की कोशिश करते हैं।  पारि

शनि और मकान - shani aur makaan

लाल किताब के अनुसार मकान पर शनि का स्वामित्व होता है इसीलिए मकान बनवाते समय शनि की स्थिति देखनी जरूरी होती है. शनि का अलग भावो में मकान पर अलग अलग प्रभाव होता है जानते है है शनि के अलग अलग भावो में बैठने से मकान पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यदि शनि पहले घर में हो तो लाल किताब के अनुसार मकान नही बनवाना चाहिए ऐसा करने से वह निर्धन हो जाएगा। लेकिन यदि खाना नंबर 7 और 10 खाली है तो ऐसी स्थिति नही बनेगी। शनि यदि दूसरे घर में हो तो मकान बनवाना शुभ ही रहेगा। जातक कभी भी घर बनवा सकता है.  शनि तीसरे घर में होने पर मकान नही बनवाना चाहिए यदि बनवाना है पहले तीन कुत्ते पालने चाहिए तब जाकर मकान शुभ फल देगा।   चौथे घर में शनि हो तो मकान बनवाने से ससुराल पक्ष को परेशानी आती है इसलिए चौथे शनि वालो को मकान नही बनवाना चाहिए। बना- बनाया मकान ले  सकते है.  पांचवे शनि वालो मकान 48 की उम्र के बाद बनवाने चाहिए इससे पहले मकान बनवाना संतान को कष्ट देगा लेकिन पांचवे शनि वालो की संतान के बनाये घर में फायदा होगा  छठे शनि 39 के बाद मकान बनवाना अच्छा रहता है.  सातवे शनि को बने बनाये मकान मिलते है जो उनके लिए शुभ भी रहते है

T - point घर -क्या करे उपाय

T - पॉइंट या विधि शूल घर वास्तु शास्त्र में अच्छे नहीं माने जाते. एक सड़क जो सीधे किसी घर पर जा रही हो उससे t - पॉइंट कहते है वास्तु शास्त्र में इसे विधिशूला कहते है. विधि शब्द का मतलब रोड और शूल का मतलब तीर से है. वास्तु शास्त्र में ऐसे प्लाट को रहने के लिए अच्छा नही माना  जाता। जानते है क्या है प्रभाव और उपाय  T- पॉइंट प्लॉट को एक मुख्य वास्तु दोष माना जाता है और ऐसा देखा गया है के इसमें रहने वाले लोग तरक्की नहीं कर पाते या किसी गलत कामों में लग जाते है. रोड जो सीधे घर में तीर की तरह आ रही हो घर की खुशियो में बाधा उत्त्पन करती है. ऊपर आकृति में देख कर विधिशूल प्लाट के बारे पता चल सकता है के कैसे तीर की तरह रोड घर पर लग रही है. विधिशूला को किसी भी दृष्टि से स्का नही माना जाता लेकिन फिर भी किसी अन्य दिशा के मुकाबले उत्तर ईशान कोण व् पूर्व ईशान कोण में इसका प्रभाव कम रहता है. इसका कारण ये है के इन दिशा से घर में गेट होना अच्छा माना जाता है अन्य दिशाओं में ये बुरा ही रहेगा। अब यदि किसी वयक्ति के पास यही घर है और कोई रास्ता भी नही तो कुछ वास्तु उपाय बताये गए के जिनसे ये दोष कम हो जाये। घर

लाल किताब में नौवां घर - ninth house in lal kitab astrology

ninth house in lal kitab astrology लाल किताब में नौवां घर बड़ा ही महत्वपूर्ण माना जाता है. इससे यह पता चलता है के हमारा समय अच्छे कामो में गुजरेगा या बेकार की बातों में व्यतीत होगा। यह घर हमारी किस्मत की बुनियाद है हमारी किस्मत कितनी अच्छी है या बुरी यही से पता चल जाता है. और जानते है इस घर के बारे में  हम अपने बाप दादा से क्या प्राप्त करेंगे इस घर से पता चलता है. हमारे बीते जमाने का करक भी यही घर है. पिछले जन्म का किया काम यही से पता चलता है.  इसी घर से हमारी आध्यात्मिक प्रगति, धरम, परोपकार का पता चलता है. यह हमारे बुढ़ापे से भी सम्बन्ध रखता है.  ये घर हमारे आयु में बड़े लोगो का है. इनसे हमें कितना लाभ होगा इसका पता चलता है. हमारे बुजुर्गो की हालत कैसी रही होगी नौवें घर से पता चलता है  वृक्षों में वृक्षों की जड़ से इसका सम्बन्ध होता है. शरीर के अंगो में ये घर नाक के नथुने से सम्बन्ध रखता है.  नौवे घर का करक ग्रह बृहस्पति है. शनि राशिफल का गृह है जिसका कोई उपाय नही है. बृहस्पति ग्रहफल का ग्रह है इसका उपाय हो सकता है. 

चोरी से बचने के लिए वास्तु टिप्स

यदि  कोई  घर या कोई अन्य प्रॉपर्टी वास्तु नियम के विपरीत होती है तो उनमे कभी कभी चोरी, डकैती आदि की घटनाए होती रहती है . घर की कई बनावट जैसे मैन गेट, पैसा रखने की जगह पहले ही भविष्य में चोरी की और इशारा  कर देती है जिसके लिए घर के मालिक को पहले से ही इस बात का ध्यान होना चाहिए। अक्सर ऐसा देखा जाता है के किसी घर में या फैक्ट्री में लगातार चोरी होती रहती है. हम आपको कुछ वास्तु उपाय बताते है जिससे घर में चोरी की घटनाओं को रोक जा सके.  vastu tips for avoid theft अपनी कीमती चीज़ो व् सामान को नार्थ-वेस्ट (वायव्य) कोण में ना रखे इससे चोरी की सम्भावना बड़ जाती है. यदि आपने घर में किसी नौकर को जगह दी हुई है तो भूलकर भी उसे दक्षिण-पश्चिम कोण में ना रखे ऐसा करने से उसमे चोरी की भावना बढ़ जाएगी और आप उसका कुछ नही कर पाओगे.  इस मामले में मुख्या दरवाज़े की भी भूमिका होती है अगर घर का दरवाज़ा गलत दिशा में है तो भी लगातार चोरी की स्थिति बनती है. घर का मुख्य दरवाज़ा अन्य दरवाज़ों के मुकाबले बड़ा होना चाहिए। जहा भी पैसा रखते हो वहाँ कोई पानी या पानी के यन्त्र नही रखने चाहये। घर में तीन दरवाज़े एक ही लाइन में होन

शादी करना चाह रहे है अपनाएं ये वास्तु नियम

यदि आपकी शादी की उम्र हो गई है और आप शादी करना चाह रहे हैं तो आपको वास्तु के इन नियमों को आजमाना चाहिए। हो जाएगी जल्दी शादी। vastu tips to get married वास्तु और ज्योतिषशास्त्र के अनुसार विवाह के इच्छ़ुक युवक युवतियों को काले रंग व् नील रंग के वस्त्रों के प्रयोग में कमी लानी चाहिए। इसका कारण यह है कि काला रंग (black color) शनि, राहु ग्रहों का represent  करते हैं जो विवाह में बाधक होते हैं। विवाह की चाहत रखने वाले व्यक्तियों को इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि marriage की बात करने जो लोग घर आएं उन्हें इस तरह बैठाएं कि उनका Face घर के अंदर की ओर रहे। जिनकी शादी में बाधा आ रही है हो उन्हें इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। दक्षिण-दक्षिणपश्चिम में अपना कमरा नही बनाना चाहिए। विवाह के इच्छुक व्यक्ति को सोते समय अपना पैर उत्तर की ओर और सिर दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। मनचाहा Partner और जल्दी विवाह के लिए कुंवारे लड़के लड़कियों को ऐसे bedroom में सोना चाहिए जिसमें एक से अधिक दरवाजे हों। वास्तु विज्ञान के अनुसार विवाह के इच्छुक व्यक्तियों को अपने कमरे में pink, light yellow, सफेद चमकीला रंग कर

वास्तु शास्त्र में अनावश्यक सामान का महत्व - unused items or clutter in vastu

वास्तु शास्त्र के अनुसार अनावश्यक सामान संभाल कर रखना अपने आप में एक वास्तु दोष होता है. जो हमारी दैनिक जिंदगी को काफी हद तक प्रभावित करता है. इससे अनेक तरह की बाधाएं उत्त्पन्न होती है आइये जानते है क्या है इसका महत्व।।।। कोई अनावश्यक समान या कबाड़ सभी तरह की ऊर्जा को नकारात्मक ऊर्जा में बदल देता है. जैसे पानी जब एक तरफ इकट्ठा हो जाये तो दुर्गन्ध आने लगती है जो काफी हानिकर होती है लेकिन कभी कभी कोई सामान हम ऐसा संभाल कर रख लेते है जो हमारे लिए काफी समस्याऐ उत्त्पन्न करता है.  फेंगशुई (fengshui) के अनुसार अनावश्यक सामान मृत ची (CHI) का निर्माण करता है जो हमारी प्रगति में परेशानियां बढ़ाती है और वयक्ति पुरानी यादों से बाहर नही निकल पाता उसी में उलझा रहता है. कुछ लोग घर में पुराने कपडे व् अख़बार या पुरानी मैगज़ीन संभाल कर रखते है जो की गलत परिणाम देता है इससे घर में किसी सदस्य को स्किन प्रॉब्लम (skin problem) हो सकती है व् पढ़ाई में बाधा आती है. घर में कोई भी टूटी हुई मूर्ति या शो पीस या खिलोने नही रखने चाहिए ये रूप दोष बनता है जो अग्नि से सम्बंधित होगा। इससे घर में झगड़ा होना आम बात है  घर में

कुंडली से जाने :कैरियर कम्प्यूटर : आई. टी. :नौकरी,कामयाबी प्राप्ति का समय: Career in Computer

कुंडली से हम जान सकते है की हमारा कम्प्यूटर मे कैरियर होगा या नहीं ?नीचे बताई गये पॉइंट्स को कुंडली मे देख कर विश्लेशण करना होता है। किसी भी कैरियर के निर्धारण : पंचमेश की बहुत महत्वपूर्ण है। बुद्धि, प्रसिद्धि, जीवन का स्तर, सफलता। कम्पयुटर के कारक भाव : दशम भाव (कर्म का भाव) , सप्तम भाव :(दशम से दशम) , षष्ठ भाव :(दशम से नवम यानि कर्म का भाग्य भाव) . ग्रह :दशमेश ग्रह दशम भाव पर प्रभाव डालने वाले ग्रह , बलवान ग्रह (षड्बली) . कारकों : कम्पयुटर के कारक ग्रह - शुक्र, मंगल, राहूकेतु , शनि . बुध :बुद्धि व गणना का कारक ग्रह . गुरु :ज्ञानकारक ग्रह . कैरियर के लिए 2, 6, 10 भाव का आपस में संबंध कैरियर निर्धारण : जन्म कुंडली, चंद्र कुंडली, सूर्य कुंडली में जो अधिक बली हो । शुक्र ग्रह :कम्प्यूटर का कारक. मंगल :बिजली . बुध :को शिल्प, तर्क, गणना . शनि : तकनीकी काम व यन्त्रों . युति :सूर्य मंगल इंजिनियर . शिक्षाभाव: दूसरे, चौथे ,पांचवे , नवम भाव: दशमी भाव :आजीविका और कैरियर , लग्न कुंडली के दशमस्थ ग्रह या दशमेश तथा दशमांश कुंडली (डी-10) के दशमस्थ ग्रह या दशमेश षष्ठ भाव :सेवा

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