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Showing posts from April, 2023

वास्तु विन्यास - how to cut a vastu map

   lecture 5  - वास्तु विन्यास    वास्तु विन्यास यानि के घर की दिशाओ का ज्ञान सबसे जरूरी वास्तु अंग माना गया है. इसे कैसे ज्ञात करते है आइये जानते है.  कोई भी घर या  प्रॉपर्टी वास्तु शास्त्र में 360 डिग्री की मानी गई है. अगर हम  किसी घर में  जाते है तो सबसे पहले हमे दिशा ज्ञान बेहद जरूरी है. इसके लिए मार्किट से compass ले, इसमें oil compass या magnetic compass सबसे अच्छे माने जाते है, आजकल फ़ोन में compass download की सुविधा होती है आपको दोनों ही अपने साथ रखने चाहिए.  सबसे पहले जिस प्रॉपर्टी में गए है पहले जो एक normal पूर्व पश्चिम दिशा देखे उसके बाद प्रॉपर्टी के बीचों बीच जाकर कंपास को जमीन पर रख दीजिये, अपना मुख उत्तर की तरफ ही रखे. अब देखें compass क्या डिग्री दिखा रहा है साथ ही अपने फ़ोन वाले compass का मुह भी उत्त्तर की तरफ करके चेक करें, बस उत्तर ज्ञात कर लीजिये बाकी आपका काम हो गया, क्योंकि बाकी डिग्री उत्तर से आप पकड़ते चले जाओगे.  उत्तर दिशा हमेशा 0 डिग्री या 360 डिग्री एक ही बात है, पर स्थित होती है, लेकिन घर हमेशा बिलकुल सीध में नही बना होता जिस कारण उत्तर दिशा आगे पीछे हो जाती

क्या है वास्तु शास्त्र - what is vastu shastra

  वास्तु शास्त्र घर, भवन अथवा मन्दिर निर्मान करने का प्राचीन भारतीय विज्ञान है जिसे आधुनिक समय के विज्ञान आर्किटेक्चर का प्राचीन स्वरुप माना जा सकता है। इसका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है साथ ही अथर्वववेद में वास्तु का एक अध्याय लिखा गया है. ये परम्परागत भारतीय स्थापत्य कला का एक शास्त्र है. एक शहर से लेकर एक छोटे से घर को कैसे बनाया जाए ये वास्तु शास्त्र का प्रमुख अंग है. 

रोग-बीमारी से बचने के लिए आप वास्तु जोन - aap devta vastu shastra

  आज चर्चा करते है वैदिक वास्तु के कुछ नियमो पर, हम सभी को जीने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता की जरूरत पड़ती है. वैदिक वास्तु शास्त्र में इसे विकसित करने के लिए और मजबूत करने के लिए भी बताया गया है. आइये  जानते है। 

वास्तु अनुसार पेड़-पौधे किस दिशा में लगाएं - where to place plants-trees in vastu shastra

  वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, हर जगह हर दिशा में पेड़-पौधे लगाना शुभ नहीं होता, सही  दिशा में लगा पौधा काफी बरकत देता है. पेड़ पौधों की वास्तु शास्त्र में दिशा  पेड़-पौधों की बात की जाये तो वास्तु के अनुसार ये लकड़ी तत्व दर्शाते है, इनकी दिशा पूर्व बताई गई है. पूर्व में पौधे लगाने से opportunities बढ़ती है, इसके साथ ही दक्षिण दिशा अग्नि सम्बन्धित होती है जिसको यदि अग्नि तत्व को बढ़ाना है तो पौधे लगाए जा सकते है. दक्षिण दिशा में पौधे धन और समृद्धि देते है. उत्तर दिशा में छोटे पौधे लगाए जा सकते है लेकिन बड़े बिलकुल नही. पश्चिम व् उत्तर-पश्चिम में पौधे नही लगाने चाहिए.  दक्षिण-पश्चिम में पेड़ लगाने को लेकर वास्तु शास्त्र में अलग अलग मत है. कांटे वाले पौधे लगाने से बचना चाहिए वास्तु अनुसार ये पौधे पॉजिटिव ऊर्जा को काट देते है.  तुलसी व् मनी प्लांट दक्षिणपूर्व में अच्छे रहते है.   Trees and plants play a very important role in Vastu Shastra, planting trees and plants everywhere and in every direction is not auspicious, a plant planted in the right direction gives a

वास्तु शास्त्र के अनुसार शादी और तलाक - vastu shastra and marriage and divorce

  वास्तु के नियम जीवन के हर हिस्से पर लागू होते है. चाहे वो बिज़नस हो या शादी या तलाक । आज चर्चा करते है वास्तु शास्त्र और शादी व् तलाक की जो आज जो आज की तारीख में बहुत बड़ा मुद्दा है और जानेंगे शादी जल्द होने के कुछ उपाय 

फेंगशुई में बेहद दिलचस्प है नारंगी बतख - mandarin ducks placement in fengshui

  फेंगशुई में नारंगी बतख का जोड़ा घर में रखने की सलाह दी जाती है, इसे mandarin ducks भी कहा जाता है. ऐसा माना जाता है के इससे प्यार आता है और बढ़ता है. लेकिन ये बतख का जोड़ा ही  क्यों रखा जाता है ये बड़ा ही दिलचस्प है. आइये जानते है कहाँ और कैसे रखे mandarin ducks का जोड़ा। 

किसी भी दीवार पर घड़ी या कैलेंडर न लटकाएं - where to place calendar and watch

  कुछ लोगो को घर में बहुत सारीं घडिया लगाने की आदत होती है  या जगह जगह पर  कैलेंडर लगाते है. लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार घड़ी या कैलेंडर जैसी चीज़े स्थिर प्रकृति की नही होती। इसलिए इन्हे वास्तु अनुसार लगाना चाहिए.  घड़ी का काम लगातार चलना होता है और आगे बढ़ना होता है ऐसे में घड़ी को पूर्व या उत्तर की तरफ लगाना चाहिए।  कैलेंडर वायु तत्व को दर्शाता है और ये हमेशा  हिलता रहता है इसलिए इसे उत्तर पश्चिम कोण में या उत्तर दिशा की तरफ लगाना ज्यादा अच्छा रहता है. कुछ लोग घर में कहीँ भी कैलेंडर टांग देते है जो की गलत  प्रभाव देता है. दक्षिणपश्चिम कोण में कैलेंडर या घड़ी लगाना घर में स्थिरता की कमी कर सकता है वही दक्षिण दिशा में ये मानसिक शांति कम करता है. इसलिए यंहा इन्हे लगाने से बचना चाहिए।

वास्तु अनुसार टेलिफोन और फैक्स मशीन के लिए उचित स्थान

  वास्तु के नियम छोटी छोटी जगह पर भी लागू होते है. आज चर्चा करते है के घर या ऑफिस में टेलीफोन या फैक्स की मशीने या अन्य छोटी छोटी बातों में उपयोग आने वाली मशीने कहाँ रखनी चाहिए. 

वास्तु शास्त्र में बेहद फायदेमंद है बांस का पौधा - bamboo plant uses in vastu shastra

  आज कल जहाँ भी जाते है चाहे रेस्टोरेंट हो, दुकान या होटल हर जगह बांस के पौधे जिन्हें बम्बू प्लांट भी बोला जाता है, लगे होते है. फेंगशुई में इसे बहुत फायदेमंद माना गया है.

तरक्की और आगे बढ़ने के लिए डाइनिंग रूम में लगाएं शीशा - mirror in dining room fengshui

  फेंगशुई के अनुसार finance से जुड़े उपायों में एक उपाय ये भी बनता है के dining room में शीशे का उपयोग किया जाये, आइये जानते है क्यों।  use mirror in dining room fengshui old fengshui में डाइनिंग रूम में शीशा लगाने की प्रथा है जिसमे dinning table भी दिखनी चाहिए. ऐसा करने का reason ये है के dining table परिवार के एकत्र होने की ओर इशारा करती है साथ ही इसपर खाना परोसा जाता है व् खाया जाता है जो की लालन पालन की ओर इशारा करता है. एक शीशा इस प्रचुरता को symbolically double कर  देता है.  mirror लगाते वक़्त इतना ध्यान जरूर रखें शीशे में बाहर की ओर जाता दरवाज़ा न दिखे नही तो पैसों की परेशानी आती है. 

वास्तु टिप्स - वायु तत्व - vastu tips for enhancing air element

  पूर्व दिशा में indoor plants लगाना आपके वायु तत्व को शुद्ध करता है जिससे शरीर के अंदर और बाहर दोनों तरफ ताज़गी बनी रहती है और वात, पित्त और कफ्फ़ बैलेंस अवस्था में आते है. दक्षिण-पूर्व या दक्षिण में भी पौधे अच्छे रहते है. 

मनचाहा रिश्ता देते है सूर्य देव - sun in vastu shastra

  आज चर्चा करते है वास्तु शास्त्र के अनुसार सूर्य देव की, किस दिशा के स्वामी होते है और क्या लाभ है सूर्य देव को वास्तु अनुसार घर में स्थापित कर के.. आइये जानते है.  वास्तु शास्त्र अपने आप में एक बहुत गहरा ज्ञान है ये जिंदगी के प्रत्येक पहलु पर असर डालता है, आज हम बात करते है सूर्य देव की, अथर्ववेद में कई जगह इन्हे अर्यमा नाम से भी पुकारा जाता है. वास्तु शास्त्र में भी अर्यमा और सूर्य देव दोनों का जिक्र है जो की पहले अर्यमा देव आते है और बाद में सूर्य में बदल जाते है.  सूर्य देव पूर्व दिशा में आते है जो की वायु की दिशा है और वनस्पति की जिससे ऑक्सीजन बनती है और हमे प्राण ऊर्जा मिलती है, पूर्व दिशा स्पर्श इंद्री से भी जुडी है. पूर्व दिशा खराब होने पर स्किन issues आते है.  वास्तु शास्त्र के 16 मुख्य कक्षों के अनुसार पूर्व दिशा जहाँ सूर्य देव विराजमान है वो दिशा सामाजिक जुड़ाव के लिए मानी गई है, हमारा समाज के status कैसा है कैसे लोग हमसे जुड़े है  पूर्व दिशा से देखा जाता है. अथर्ववेद में सूर्य देव को स्त्री को  मनचाहा वर और पुरुष को मनचाही स्त्री प्रदान करने वाला बताया गया है.  राजनीती से जु

वास्तु दोष के कारण आते है मुकदमे और सरकारी परेशानियां - vastu tips for court case

 प्रॉपर्टीज में वास्तु दोष होने पर स्वास्थ्य सम्बन्धी दिक़्क़तों के अलावा मालिक को मुकद्दमा, आयकर छापा, government issues आदि से जूझना पडता है. ऐसा देखा जाता है के पूरी जिंदगी ही किसी court case में निकल जाती है. लोग जितना कमाते है सारा धन कोर्ट के चक्कर लगाने में निकल जाता है. इसके कुछ कारण होते है आइये जानते है

लोटस से बनाये बिगड़े हुए संबंध - lotus crystal benefits in vastu-fengshui

  फेंगशुई के प्रोडक्ट्स में एक प्रचलित चीज़ है लोटस क्रिस्टल (lotus crystal). कुछ वास्तु शास्त्री इसे लक्ष्मी माता से जोड़ देते है और कुछ बुद्धि से. वैसे तो क्रिस्टल पृथ्वी तत्व का प्रतीक होता है जो की स्थायित्व से संबंध रखता है. let see कैसे इस्तेमाल करें lotus crystal  how to use lotus crystal  क्रिस्टल बहुत शक्तिशाली गैजेट्स माने जाते है. ये किसी भी स्थान की ऊर्जा को 100 गुणा से भी ज्यादा बढ़ा देते है. एक activate क्रिस्टल को स्थापित करने से positive energy अपने आप बढ़ने लगती है. अब बात आती है इसे  रखे कैसे ? वैसे तो इसे ऐसी जगह रखना चाहिए जहाँ इस पर सूर्य की रौशनी पड़े क्यूंकि इसमें से होकर जब सूर्य की रौशनी निकलती है तो अच्छी ऊर्जा का संचार होता है. इसलिए खिड़की के पास रखना अच्छा रहता है.  लेकिन यदि आप रिलेशनशिप्स में परेशानी महसूस कर रहे है या कुछ हद तक दुर्भाग्य से घिरे हुए है तो ऐसे में इसे घर के दक्षिण-पश्चिम (225 डिग्री) पर रख सकते है.  इसके अलावा आप इसे अपने ऑफिस में भी रख सकते है, अच्छी सफलता देता है. इसमें खुली पंखुड़ी वाला lotus क्रिस्टल ही लाना अच्छा रहता है. नार्थ-ईस्ट दिशा मे

दुर्भाग्य दूर करती है लकी कैट - use of lucky cat in fengshui-vastu

  फेंगशुई में लाफिंग बुद्धा या विंड चिम के अलावा एक और famous product है  lucky cat.  भारत में बिल्ली को लेकर अनेक मान्यताऐ है जैसे दिवाली की रात को बिल्ली दिखना शुभ माना जाता है. बौद्ध देश जैसे चाइना, जापान में एक हाथ उठाये बिल्ली को बड़ा शुभ माना जाता है जिसे लकी कैट कहा जाता है. आइये जानते है क्या है इसके फायदे और कैसे करे इसका उपयोग. 

धन -सम्पति देता है तीन टांगों वाला मेंढक - three leg Tod fengshui

  आज बात करते है फेंगशुई में सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाने के लिए उपयोग होने वाले मेंढक की. इसे तीन टांगों वाला मेंढक कहा जाता है. तीन पैर वाले मेंढक असलियत में भी पाये जाते है लेकिन बहुत कम. आइये जानते है कैसे समृद्धि बढ़ाता है ये थ्री लेग फ्रॉग  MONEY FROG - Three legged frog तीन पैर मेंढक फेंगशुई में बहुत ज्यादा प्रचलित प्रोडक्ट है ऐसा माना जाता है के इसको रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार घर में होता है जिससे सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है. teen pair wala mendhak ghar me vastu shastra me bahut jyada use hone laga hai.  story about jin chan - three leg frog  लेकिन मेंढक की ये प्रजाति असली में भी पायी जाती है. इसके बारे में कई कथाये भी प्रचलित है, जिसमे से एक मेंढक ने एक व्यक्ति को जादूगर बना दिया और अच्छी तरक्की दिलाई. इसके अलावा इसे chinese Eight Immortals की वाइफ माना जाता है जो दंड के कारण मेंढक बनी जिसमे wealth attract करने की क्षमता मानी जाती है.  इसके लिए आप wikipedia के  Jin chan  पेज पर पढ़ सकते है.  Chinese  mythology में इस मेंढक को भी कई नामो से जाना जाता है जैसे  Jin Chan, Chan Chu

करियर में नए अवसर प्राप्ति के लिए छोटा सा वास्तु उपाय - simple vastu tip for gaining new opportunities

  कई बार करियर ब्लॉक सा हो जाता है जितना आ रहा है उसमे गुजारा  तो है लेकिन आगे बढ़ने में मुश्किल  आ रही  होती है आ आपको एक छोटा सा वास्तु उपाय बता रहे है जिनसे नयी career opportunities मिल सकती  है

संतान और धन देती है वास्तु गाय - benefits of vastu cow

   भारत में हमेशा से ही गाये को पूजा जाता है काफी सम्मान दिया  जाता है लेकिन इसके साथ ही वास्तु में गाय का बहुत महत्व है. वैदिक वास्तु में भी कई जगह गौ के सकरात्मक ऊर्जा का उल्लेख मिलता है.  फेंगशुई में भी गाये को विशिष्ट माना गया है, इसमें गाये के प्रतीक को कामना को पूरा करने वाला माना गया है. आइये जानते है क्या है फेंगशुई गाय के फायदे फेंगशुई गाय का सबसे अच्छा फायदा जो मिलता है वो है मानसिक शांति। वैसे तो हिन्दू मान्यताओं में भी कामधेनु गाय का उल्लेख मिलता है जो हर मनोकामना करते ही उसे पूरा कर देती है.  wealth cow    fengshui in hindi गाय की कई तरह की symbols बाजार में मिलते है जिसमे एक सिंबल में गाय सिक्कों के ऊपर बैठी होती है इसे  wish granting cow  भी कहते है.  ज़ाहिर सी बात है पैसों से इसका link होगा, लेकिन इसके और भी फायदे है इसका पहला फायदा तो यह है के धन  संबंधी परेशानी में अच्छा फायदा  देती है इसके  अलावा आपकी मेहनत से मिलने वाले return को बढ़ाती है.  मुश्किलों का सामना करने में ये गाय मदद करती है, गाय का स्वभाव ही शांत है इससे मानसिक शांति मिलती है और जब मन शांत है तो गलती की

असामान्य बालक का वास्तु से संबंध - abnormal children and vastu dosh

  Question  - मेरा घर पूर्व मुखी है. financial condition बिलकुल ठीक है लेकिन परेशानी यह है के मेरे घर में  अभी एक बच्चा पैदा हुआ है जो असामान्य बालक है. दिमागी रूप से कमजोर है क्या ये वास्तु दोष है ? answer -  जी हाँ। ....... इसका संबंध उत्तर-पूर्व से है. ईशान कोण में इनका रूम रहा होगा. नवदम्पति को कभी भी ईशान कोण का रूम नही देना चाहिए. इससे जो बच्चा जन्म लेगा उसके दिमागी विकास में कमी रह सकती है. इसका एक कारण ईशान कोण में टॉयलेट भी होता है. 

वास्तु शास्त्र के नाम पर कुछ झूठी बातें - common myths about vastu shastra remedy

  वास्तु शास्त्र के नाम पे ठग्गी भी खूब चलती है. कुछ बाते ऐसी बताई जाती है जिनका वास्तु शास्त्र में उल्लेख तक नही है. किसी भी मकान की कीमत बढ़ाने या घटाने के नाम पर या वास्तु दोष दूर करने के नाम पर न जाने कितनी बाते लोगों को बताई जाती है. उन्ही में कुछ बाते हम आपको बताते है जो की वास्तु के नाम पर एक  मिथक  (myth) है 

वास्तु के अनुसार कोई प्रॉपर्टी या प्लॉट लेने से पहले जरूरी बाते

  आज बात करते है के यदि आप कोई प्लाट या प्रॉपर्टी लेने का मन बना रहे है तो किस तरह का प्लाट अच्छा रहता है. वास्तु शास्त्र में कोई प्लाट लेने से पहले कुछ छोटे छोटे points पर विचार करना अच्छा रहता है. क्यूंकि यदि आपका प्लाट वास्तु शास्त्र के नियमों से परे है  तो एक अच्छी वास्तु अनुसार कंस्ट्रक्शन भी बहुत अच्छा प्रभाव नही देगी। और एक अच्छे प्लाट पर एक वास्तु दोष पूर्ण रूप से bad effects नही देगा. आइये जानते है कोई plot or property लेने से पहले देखने वाली मुख्य बाते

दक्षिण-पश्चिम दिशा में मंदिर - mandir in south-west corner

  घर के दक्षिण-पश्चिम कोण में मंदिर होना एक वास्तु दोष माना जाता है.आइये जाने है इस दोष का क्या क्या असर देखने को मिलता है.  vastu tips for worship room in south-west कभी कभी हम देखते है के शादी के लायक वयक्ति का शादी - ब्याह से मोह (no interest in marriage vastu) उठ गया है. उसकी शादी करने में कोई रूचि नही है, लेकिन क्या आप जानते है इसमें वास्तु दोष भी एक कारण हो सकता है.   किसी वयक्ति को भगवान में विश्वास व् आस्था होना अच्छी बात है. लेकिन इसका मतलब ये नही है भगवान में ही लीन हो जाओ. वास्तु के अनुसार यदि किसी घर में मंदिर दक्षिण-पश्चिम में बना हुआ है तो इस प्रकार की परेशानियां आ जाती है. ऐसे घरो में वयक्ति शादी से घृणा करने लगता है (aversion of marriage) दक्षिण-पश्चिम वास्तु कोण हमारी relationship के लिए जिम्मेदार होता है. यहाँ मंदिर होने पर ऐसा देखा जाता है वयक्ति भगवान में ज्यादा रूचि लेने लगता है साथ हर काम को भगवान की इच्छा मानकर कर्म प्रधान नही रहता जो की एक गलत सोच है.  इसका सबसे अच्छा उपाय यही बनता है के मंदिर को कहीं और शिफ्ट किया जाये. 

फेंगशुई के पांच तत्व कौन से है - five elements of fengshui in hindi

  फेंगशुई के पंचतत्व वास्तु शस्त्र के पांच तत्वों से अलग बताए गए है. एक सही जगह तत्व दूसरे तत्व को बढ़ाता है साथ ही अगर तत्व का स्थान गलत है और संबंधित तत्व को नुकसान करता है, आपको बताते है के कौन से पांच तत्व होते है फेंगशुई में. और कैसे जुड़े होते है ये एक दूसरे से  understand five elements of fengshui in hindi  वास्तु शास्त्र (vastu shastra) के फाइव एलिमेंट्स होते है  1. जल  2. अग्नि  3. पृथ्वी  4. आकाश  5. वायु  फेंगशुई के five elements और उनके colors  elements              color  1. जल      -       नीला रंग (blue) 2. लकड़ी  -         हरा रंग   (green) 3 अग्नि   -         लाल       (red) 4. पृथ्वी   -          पीला      (yellow) 5. धातु (metal) -  गोल्डन, सफ़ेद   (white)  cycle of production law   फेंगशुई के अनुसार जल से लकड़ी तत्व का निर्माण होता है wood से अग्नि का आग से धरती तत्व बनता है और धरती तत्व से धातु तत्व (fire element) इसे cycle of production law भी बोलते है.  cycle of destruction law fengshui  एक तत्व दूसरे तत्व का निर्माण भी करता है और यदि गलत है तो उसे खत्म भी करता है जैस

मंदिर के पास घर होना चाहिए या नही - house near temple as per vastu shastra

  काफी  लोगों के मन में एक बात बहुत ज्यादा होती है के घर मंदिर के पास होना चाहिए या नही. ये बहुत  गूढ़ विषय सा लगता है. आइये जानते है क्या मंदिर के पास घर होना चाहिए या नही. 

बेबी प्लानिंग - इन दिशाओं में नहीं हो बेडरूम - vastu tips for conceive

  आज बात करते है वास्तु शास्त्र में कुछ दिशाएं बताई गई है जिनमे  महिलाएं conceive नहीं कर पाती। आइये जानते है कौन से है ये दिशाएं 

शोहरत और नाम के लिए वास्तु उपाय - vastu fengshui tips to get name and fame

  नाम कौन नहीं कमाना चाहता। आजकल सभी लोग फेमस होना चाहते है. वास्तु शास्त्र में भी नाम कमाने व् पॉपुलर होने  के लिए दिशाएं बताई गयी है, जिन्हे पॉजिटिव एनर्जी देकर हम प्रतिष्ठा प्राप्त कर  सकते है. आइये जानते है popular होने के vastu tips 

वास्तु में सेक्स के लिए कौन सी दिशा - vastu-fengshui directions for sex

  वास्तु शास्त्र में हर दिशा किसी न किसी काम से जुडी होती है. आज आपको बताते है के सेक्स और अट्रैक्शन से मुद्दों के लिए कौन सी दिशाएं महत्वपूर्ण होती है. In Vastu Shastra, every direction is related to some work. Today we will tell you which directions are important for issues related to sex and attraction.

वास्तु शास्त्र में पूर्व दिशा का महत्व - vastu direction for social association

वास्तु शास्त्र में हर दिशा व् हर कोण हमारे जीवन से किसी न किसी तरीके से जुड़ा होता है. आज बात करते है हमारे समाजिक जुड़ाव से कौन सी दिशा का संबंध होता है. यदि हम समाज में अपनी पहचान या कोई सरकारी पहचान बनना चाहते है तो किस दिशा को इम्प्रूव करना चाहिए. 

फायदे की जगह नुकसान भी कर सकता है मनीप्लांट - where to place money plant as per vastu shastra

  वास्तु शास्त्र में पेड़ पौधों का बहुत महत्व है. इसी में एक पौधा है मनी प्लांट जिसे लोग घर में समृद्धि लाने के लिए लगाते है. लेकिन अगर यही पौधा गलत दिशा में रखा जाए  तो नुकसान भी कर सकता है. आइये जानते कहाँ रखे मनी प्लांट को  where to place money plant as per vastu shastra - कहाँ लगाएं मनी प्लांट  वैदिक वास्तु के अनुसार  मनीप्लांट का संबंध शुक्र और कुछ हद तक बुध से होता है. इस प्रकार से इसे आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में लगाना सबसे अच्छा होता है. money plant ko hamesha aagnay kon me lagana chahiye. वास्तु अनुसार दक्षिण-पूर्व दिशा के देवता गणेशजी हैं जबकि प्रतिनि‍धि शुक्र हैं। (lord of southeast is venus & mercury). इस दिशा में ये पौधा लगाने से पॉजिटिव एनर्जी मिलती है. money plant  को कभी भी ईशान यानी उत्तर-पूर्व (ishan kon) में नहीं लगाना चाहिए।   ishaan kon ka malik jupiter hota hai or shukra ke sath uska sambnadh acha nhi hota अगर आपको ईशान कोण में कोई पौधा लगाना है तुलसी का पौधा लगाया जा सकता 

माइग्रेन बीमारी का वास्तु से संबंध - migraine and vastu shastra

    नमस्कार दोस्तों।।  वास्तु शास्त्र में बीमारियों के बारे में भी बताया गया है. आज चर्चा करते है एक कॉमन बीमारी की जिसका नाम है माइग्रेन। सबसे पहले ये जानते है के शरीर में ये बीमारी किस कारण से होती है.  माइग्रेन आज की तारीख में एक common problem है. लेकिन जिसको होती है वही इसका दर्द जानता है. पहले जानते है माइग्रेन कैसे होता है.  जब हमारे शरीर में भोजन सही से नही पचता तो एक अम्ल यानि एसिड  का निर्माण होता है इसे आयुर्वेद में आम भी बोला जाता है.  ये शरीर में कंही भी अपनी जगह बना लेता है. अगर ये सिर में अपनी जगह बना ले तो माइग्रेन बनने की शुरुआत हो जाती है.   डेली अपच की वजह से सिर के उस हिस्से की नसें कमज़ोर हो जाती है. और जब भी  शरीर में एसिड लेवल जिसे हम तेजाब भी बोलते है उसका स्तर नार्मल से ज्यादा बढ़ जाता है उसी समय ये भयंकर दर्द होता है.  इस प्रकार हमें पता चलता है के इसका मुख्य कारण पित्त और अपच है. अब हम बात करते है वास्तु अनुसार इस बीमारी को कैसे देखा जाये।   वास्तु शास्त्र में एक घर को बीमारियों के हिसाब से 3 भागों में बांटा गया है. ये  तीन भाग है वात, कफ और पित्त। इस बीमारी का

वास्तु अनुसार नीला रंग कहाँ उपयोग करना चाहिए blue color in vastu shastra

  आज चर्चा करते है नीले रंग (blue color) की, वास्तु शास्त्र या फेंगशुई मे कैसे इस रंग को बताया जाता है और कैसे उसे यूज़ करते है आइये जानते है. 

दक्षिणपश्चिम दिशा का एक दोष - major vastu dosh in southwest

  आज चर्चा करते है दक्षिणपश्चिम दिशा से जुड़े कुछ प्रैक्टिकल तथ्यों की. इस दिशा में क्या क्या दोष हो सकते है आइये जानते है. 

वास्तु अनुसार घर - दुकान में ध्यान रखें ये बातें - vastu tips for shop

  वास्तु शास्त्र के अनुसार  निर्जीव वस्तुओं में भी  अपनी एक ऊर्जा होती है।  नकारात्मक ऊर्जा उत्तपन करने वाली वस्तुएं घर में रखने से मनुष्य को काफी परेशानियों का  सामना करना पड़ सकता है। इसी कड़ी में आज आपको कुछ वास्तु संबंधी मुख्य बातें बताते है. 

दक्षिण दिशा के 8 दरवाज़े और उनके प्रभाव - south facing house entrances

  वास्तु शास्त्र में दक्षिण दिशा के 8 तरह के प्रवेश द्वार बताए गए है. हर प्रवेश द्वार का अलग प्रभाव होता है. दक्षिण मुखी  घरवालों के लिए ये प्रवेश द्वारों  बहुत जरूरी होती है, आइये जानते है अलग अलग south facing entrances के effects 

यदि किसी अन्य पुरुष या स्त्री है संबंध तो करें ये उपाय - vastu tips for extra marital affair

  यदि किसी शादीशुदा वयक्ति के अन्य स्त्री से संबंध हो तो ऐसे में पूरा घर खराब हो जाता है. वैदिक उपायों में कुछ उपाय बताए गए उन्ही में से आसान सा उपाय की आज चर्चा करते है. vastu remedy for extra marital affair in hindi  यदि आपको ऐसा शक है आपके पति या पत्नी का किसी गैर महिला या पुरुष के साथ संबंध है और आपको astrology  या वास्तु का ज्ञान नहीं है तो रात को अपने बैडरूम में थोड़ा सा कपूर नित्य जलाना चाहिए, यदि ऐसा करना मुश्किल है तो अपने room में कांच के बाउल में कपूर भर कर रख दे.  इससे यदि extra marital affair है तो टूट जायेगा। इस उपाय इसे व्यक्ति का ध्यान उसकी तरफ नहीं जायेगा. अगर कोई आकर्षण भी है तो खत्म हो जाएगा. 

समझने की क्षमता बढ़ाता है सुग्रीव वास्तु जोन

  वास्तु शास्त्र के नियम life के हर पहलु पर असर डालते है. आज बात करते है "ग्रहण" के बारे में. कुछ बच्चे कितना भी पढ़ले लेकिन उन्हें कुछ भी समझ नही आता. आइये जानते है कौन सा वास्तु इसे दर्शाता है.  vastu rules for concentration and Grasping power  वास्तु शास्त्र में वास्तु पुरुष मंडल के अनुसार दक्षिण-पश्चिम  से पश्चिम की और "सुग्रीव" का zone बताया गया है. ये zone या शक्ति किसी भी विषय को सुंदरता के साथ ग्रहण करने या समझने की शक्ति प्रदान करता है.  हम किसी चीज़ को देखकर क्या सीखते है, grasping power कैसी है ये इसी sugreev vastu zone से पता चलती है. जब बच्चे study करते है तो यही  शक्ति उन्हें subject को  समझने में help देती है.  यदि ये zone balanced नहीं है तो कितनी भी कोशिश कर लो बच्चे पढ़ाई में थोड़े पिछड़े हुए रहते है उन्हें बार बार पड़ने पर भी याद नही होता. या exam टाइम में भूला हुआ महसूस करते है. 

योग जिसमे वास्तु कार्य अति उत्तम फल देगा

  वास्तु के प्राचीन ग्रन्थों में ऐसे अनेक ऐसे योग लिखे मिलते है जिनमे यदि ग्रह निर्माण हो या ग्रह प्रवेश हो जाये तो निश्चित ही वह घर हमेशा हर तरह से फल फूलता रहेगा, ऐसा ही एक योग आपको बताते है... 

ज्यादा खर्च से बचने के वास्तु उपाय - vastu tips for avoid over expenses

  कई बार घर खर्च या ऑफिस का खर्च बहुत ज्यादा बड़ा होता है, कुछ लोगों की ऐसी समस्याएं भी आती है के कमाई तो ठीक है लेकिन खर्चा बहुत ज्यादा है. ऐसे में क्या है कारण और क्या वास्तु उपाय बनते है आइये जानते है.  Many times the household expenses or office expenses are very huge, some people also face such problems that the income is good but the expenses are very high. In such a situation, let us know what is the reason and what Vastu solutions are available.

वास्तु शास्त्र में मिटटी का रंग कैसे देगा फायदा - soil color in vastu

  आज बात करते है वास्तु शास्त्र में मिटटी के रंग की, भूमि चयन करते समय भूमि का रंग कैसा हिना चाहिए ये बताया गया है लेकिन इस मिटटी का कैसे लाभ ले, आइये जानते है. 

वास्तु अनुसार घर में कहाँ रखे नंदी बैल - where to place nandi bull at home of office

 

ईशान कोण का मंदिर कब अच्छा कब बुरा - temple in northeast direction in vastu

  वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण यानी के नार्थईस्ट (उत्तरपूर्व)  में मंदिर बनाना अच्छा रहता है, क्या ये सच में अच्छा होता है, या कुछ नुक्सान भी दे सकता है ? आइये जानते है किन परिस्थितियों में ईशान कोण का मंदिर अच्छा होता है और कब नहीं बनाना चाहिए. 

LAL KITAB CLASS - 2

 हुक्म विधाता जन्म मिले तो लेख ज्योतिष बतलाता है  लाल किताब बच्चा ग्रह चाली किस्मत साथ ले आता है  इस बच्चे की नन्ही मुठी में पकड़ा देव आकाश का है  भरा खज़ाना जिसके अंदर निद्धि सिद्धि की माला है  9 निधि को 9 ग्रह माना सिद्धि 12 राशि है  9 में जरब जब 12 देते होती माला पूरी है  अक्स गैबी जाहिर पहले था सितारों पर हुआ  नक्श जिसका पीछे दुनिया के दिमागों आ हुआ  दिमागी खानो का असर तब हाथ की रेखा हुआ  चाँद सूरज फलकी दुनिया से जंहा दो बन गया  इल्म ज्योतिष इस तरह पर जब सितारों से हुआ  सीधी टेडी हाथ रेखा से कियाफा चल पढ़ा  दिमाग दांया बांया हाथ बांये दांये पर चमक जब दे चुका  हुक्मनामा उसकी कुदरत अपनी किस्मत मुठी बंद इंसान था  बेटी आयी पहले दुनिया या की पहले माता हो  जोड़े बच्चे पेट माता पहले जनमे छोटा हो  (तकदीर या तदबीर पहले) मेख बृख जब मिले मिथुन से तर्जनी ऊँगली गिनते है  कर्क सिंह और कन्या राशि अनामिका ऊँगली लेते है  तुला बृच्छिक धनु तीनो की छोटी कनिष्का होती है  मकर कुम्भ मीन इकठी मध्यमा ऊँगली बनती है  उम्र शनि में पिता पे भारी मकान शनि जब बनता हो  चश्मा चंद्र हरदम जारी जमीन चंद्र जऱ रखता हो 

crystal class - 6 - tiger eye

टाइगर आइ क्वार्ट्ज़ फॅमिली का एक क्रिस्टल है लेकिन ये बहुत उच्च ताप लगभग 200 डिग्री और बहुत उच्च दबाव पर बनता है. 

CRYSTAL CLASS - 5 CITRINE

crystal class 4 - aquamarine

 

lecture 1 lal kitab

 १. लिखा था जब किस्मत का आगाज़ (कागज) वक़्त था वह गैब का  २. लिखत जब विधाता किसी की हो शक्की  उपाओ मामूली बता देती है  ग्रहफल राशि फल के टुकड़े दो करती  या रेखा में मेख़ा लगा देती है.  ३. लिखा था जब किस्मत का कागज  वक़्त का था वह गैब का  भेद उसने गुम रखा था  मौत दिन और ऐब का  ख्याल रखना था बताया  कृतघ्न इंसान का   एवज़ लड़का लड़की बोला खतरा था शैतान का  ४. हाथ रेखा को समंदर गिनते  नजूम फलक का काम हुआ  इल्म कियाफा ज्योतिष मिलते  लाल किताब का नाम हुआ  5 समां करे नर क्या करे समां बड़ा बलवान  असर ग्रह सब पर करे पशु परिंदा या इंसान  ६ हाथ दांया और कुंडली जन्म को  तदबीर मर्द का नाम  कुंडली चन्दर या हाथ बाएं को तकदीर बशर का काम हुआ  उलट से औरत माना  ग्रहफल राशि आम हुआ  नेक हवा जब चलने लगी जंहा दोनों का नाम हुआ 

crystal class 3/50 rose quartz

रोज क्वार्ट्ज़ स्फटिक जाती का ही एक पत्थर है जिसमे लोहे, टाइटेनियम धातु आने से उसका रंग गुलाबी हो जाता है. साथ ही इस फॉस्फेट धातु का भी अंश होता है जो की शरीर की तरल गंदगी को निकलता है, यूरिन इन्फेक्शन में डॉक्टर फॉस्फेट युक्त दवा भी देते है.  गुण रोज़ क्वार्ट्ज़  प्यार और शांति का पत्थर माना जाता है. लेकिन इसका सबसे जरूरी पहलु यह है के ये हार्ट चक्र पर सबसे जल्दी असर डालता है जिससे करुणा, कल्पना और प्यार का विकास होता है. किसी मानसिक आघात या परेशानी में ये क्रिस्टल अच्छा काम करता है और सूक्ष्म रूप से चिकित्सा करता है.  कुछ लोगो की जिंदगी में प्यार बिलकुल भी नहीं होता और वो उसी तलाश में रहते है, इसका मतलब पार्टनर की तलाश नहीं होता इसका मतलब है जिंदगी में प्यार आना जो कंही से भी आता है. ये पत्थर प्यार  और रिश्ते दोनों में कारगर होता है. विश्वास करना सिखाता है ये क्रिस्टल.  रोज़ क्वार्ट्ज का क्रिस्टल व्यक्ति के अंदर एक अलग तरह की विचारशीलता बनाता है, जिससे व्यक्ति किसी वस्तु या दूसरे व्यक्ति को सुंदरता की नज़र से देखने लगता है इससे फायदा ये होता है के प्रकृति से जुड़ाव बढ़ जाता है और यदि प

वास्तु शास्त्र के अनुसार प्लाट कैसे देखे - how to check plot according vastu

इस लेक्चर में हम प्लाट के बारे में चर्चा करेंगे.  जब हम किसी प्लाट पर जाए या किसी घर पर जाए तो four S थ्योरी हमेशा ध्यान रखनी चाहिए, shape, size, soil, slope 

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