Skip to main content

Posts

Showing posts from December, 2015

हथेली में पाये जाने वाले महत्वपूर्ण चिन्ह - (Important Signs and symbols in Palmistry)

कभी कभी वयक्ति की हथेली पर कुछ विशेष चिन्ह पाये जाते है जो कभी कभी अति शुभ या अशुभ माने जाते है.  ये चिन्ह किसी रेखा पर हो सकता है तो किसी पर्वत पर.... आइये जानते है इनमे से कुछ चिन्हों के बारे में.  धब्बा (Spot) in hand meaning in hindi हाथ में धब्बे का निशान अशुभ माना जाता है. यह निशान यदि स्वास्थ्य रेखा पर जिस स्थान पर होता है वो ये बताता है के आप उम्र के उसी पड़ाव पे बीमार पड़ेंगे. ये आपके nervous सिस्टम में कमजोरी भी दर्शाता है. त्रिशूल (Trident ) in hand meaning ये एक  शुभ होता निशान है। यइ निशान जिस रेखा के शुरू में होता है उस रेखा की गुणवत्ता एवं प्रभाव में वृद्धि होती है और आपको इसका शुभ फल प्राप्त होता है। इसके साथ ही ये आपके शांत स्वभाव और उत्तम वयक्तित्व के बारे में बताता है, ये निशान अति शुभ चिन्हों में माना जाता है. छतरी (Tent) in palm meaning कुछ लोगों के हाथों में या फिंगर में छतरी जैसा एक  निशान बना होता है। ऐसे लोग काफी शरीफ होते है और दुनिया वाले इनका गलत फायदा उठाते है. इन्हे अपना बिज़नेस करें के बजाए कला के क्षेत्र में जाना चाहिए.  स्वास्तिक (Swastik) sign in palm mea

लाल किताब में तीसरा घर - Third house In lal kitab

तीसरा घर - lal kitab me tisra ghar लाल किताब के अनुसार तीसरे घर का कारक गृह मंगल है। हमारी प्राचीन ज्योतिष की सभी पध्दतियों के अनुसार भी मंगल ही तीसरे घर का कारक है. । घर से हम व्यक्ति की जिम्मेवारी जान सकते है। व्यक्ति में कितनी शूरता या बहादुरी है, इसका अंदाजा भी इसी घर से होता है। यहाँ व्यक्ति की बहादुरी का मतलब है की वह दुसरे लोगो की कहाँ तक मदद कर सकता है और दुसरे लोगो के बर्ताव में वह अपनी बहादुरी कहाँ तक प्रकट करता है। और भी बाते जानते है तीसरे खाने के बारे में. तीसरे घर का संबंध हमारे घर में रखे आराम के साधनो से भी है। यहाँ शुभ गृह होने से घरमें आराम के साधन बहुतायत में होंगे। तीसरा घर हमारी शारीरिक जाग्रत अवस्था का घर है। यानी हमें किसी काम के विषेय में कितना उत्साह-स्फूर्ति है या उदासीनता है, इसका अंदाजा इसी घर से लगता है। यही घर नज़र का असर यानी हमारी दृष्टि में किस प्रकार की शक्ति है, इस बात का भी कारक है। इससे नज़र लगने का मतलब नहीं है। इसका अर्थ केवल इतना ही है की व्यक्ति की नज़रों की शक्ति कितनी प्रभावी है। यही घर चोरी और बीमारी का भी है। कुछ हद तक दूसरों के साथ हमारी शत्रु

गायत्री मंत्र से होते है स्वास्थ्य के साथ ज्योतिषीय लाभ - benefits of reciting Gayatri mantra in hindi

हिन्दू मान्यताओं में सभी मंत्रो में  गायत्री मंत्र सबसे पहले  आता है. इस मंत्र के जपने से अनेक तरह के लाभ मिलते है. ये लाभ ज्योतिष, वास्तु के साथ साथ आपके स्वास्थ्य से भी जुड़े होते है. आइये जानते है गायत्री मंत्र के जपने से होने वाले लाभ  Benefits of reciting Gayatri mantra in astrology, vastu shastra & health in  hindi  गायत्री मंत्र का सबसे पहला word है ओम, इसके जपने से  पहला असर दिमाग पर दबाव है जिससे हार्मोन बैलेंस होने से दिमाग शांत हो जाता है. gayatri mantra ke fayde in hindi इस मंत्र के बोलने  से शरीर में हाइपोथैलमस ग्लैंड से हारमोन का स्त्राव होता है. साइंस कहता है के ये हार्मोन इंसान में गंभीर बीमारियों से लड़ने की क्षमता को मजबूत करते हैं.  gayatri mantra ko padne se dimag bahut shant hota hai jisse एकाग्रचित होने में आसानी रहती है. वयक्ति अपनी परेशानियों के बारे आराम से सोचता है साथ ही students अपनी पढ़ाई पर focus कर सकते है. जब हम गायत्री मंत्र का उच्चरण करते है तो हमारी साँस लम्बी हो जाती है. सांस लम्बी होने से शरीर की काफी सारी  परेशानियां अपने आप समाप्त हो जाती है. रक

अंगूठे की शेप जानिये वयक्ति का स्वभाव - know character from shape of thumb in hindi

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार सभी लोगों के हाथों के अंगूठे अलग होते है जिनके द्वारा भी palm reader आपके स्वभाव का आकलन करते है. आज आपको बताते है अलग अलग अंगूठे से वयक्ति का स्वभाव कैसे जाने.  anguthe ki shape se jaane chahracter  लम्बा अंगूठा (Lanky और long Thumb): लम्बे अंगूठे वाले लोग अपनी बुद्धि से आगे बढ़ते है और इन्हे अपने आप बहुत बहुत भरोसा भी होता है. जिनका अंगूठा लम्बा होता है वे अपने आस पास के लोगों पर अपना प्रभाव बनाये रखने के इच्छुक होते हैं. छोटा अंगूठा (Short Thumb):  अगर अंगूठा छोटा है तो ऐसे लोग कि व्यक्ति भावुक है। ये लोग दिल से काम ज्यादा लेते है इस कारण भावना इन पर हावी रहती है.  ये लोग  संगीत, चित्रकला, लेखन, कविता जैसे विषयों में रूचि  रखते हैं। कड़ा अंगूठा (Hard Thumb): कड़े अंगूठे के लोग किसी के सामने नही झुकते ये लोग कुछ हद जिद्दी किस्म के होते है. माहौल के हिसाब से नही ढलते। अगर स्थिति इनके अनुकूल इन्हे बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ती है.  कोमल और मुलायम अंगूठा (Soft Thumb) - सॉफ्ट अंगूठे वाले लोग मुश्किल समय से अपने आप आराम से निकल ले जाते है. हालात का इन्हे पता होत

फेंगशुई से लाएं करियर में तेज़ी - fengshui tips for career growth

फेंगशुई के अनुसार जल तत्व (water element) - उत्तर दिशा में होता है. ये आपके कैरियर लक को बढ़ता है. हमारी डेली व् monthly आमदनी से इसका सबसे ज्यादा संबंध होता है.इस हिस्से में खराबी हमारी आमदनी में रुकवाट डालती है.  आइये जानते है फेंगशुई के द्वारा जल तत्व के जोन को कैसे  ठीक करे और अपने  करियर और आमदनी को ठीक करे.  उत्तर दिशा में जल ऊर्जा या जल तत्व आपके वयवसाय या नौकरी से सम्बंधित होता है. इसका अच्छा होना आपको ये विश्वास देता है के आप कुछ न कुछ कमाते रहेंगे और कुछ हद तक खुश रहेंगे। फेंगशुई के हिसाब से जल तत्व - Feng shui element of water is : पृथ्वी तत्व के द्वारा नष्ट होता है - Destroyed by: EARTH,   लकड़ी तत्व के द्वारा कमज़ोर होता है -Weakened by :WOOD, धातु तत्व के द्वारा बढ़ जाता है - Enhanced by METAL ( लेकिन हर धातु नही ) यदि आपके घर में उत्त्तर या उत्तर-पूर्व में कोई टॉयलेट या किचन है तो ये आपके उन्नति में बाधा डालेगा। यदि किचन हो तो घर में कलह व् बीमारी की सम्भावना रहती है. इसके लिए आपको खराब जल तत्व की एनर्जी को समाप्त करना पड़ेगा। अब आप सोचिये खराब  जल को कौन खींच सकता है ? "

पार्किंग व् बेसमेंट बनाते समय रखे वास्तु के नियमों का ध्यान

आजकल भवन व् वय्वसायिक कॉम्पलेक्सों में बेसमेंट व् पार्किंग का निर्माण हो रहा है. इसका कारण जगह का आभाव है. लेकिन अगर बेसमेंट wrong direction में बन जाये तो काई नुकसान देती है और इसका उपाय भी आसान नही होता और पार्किंग यदि गलत है तो एक्सीडेंट्स व् गाड़ियों की टूट फुट चलती रहेगी। वास्तु शास्त्र में क्या है इन निर्माणों के लिए niyam आइये जानते है.  vastu tips for basement and parking  basement vastu  बेसमेंट के लिए सबसे अच्छी दिशा पूर्व या उत्तर ही है उत्तर-पूर्व में भी बेसमेंट बनानी शुभ रहती है. लेकिन इसके अलावा कहीं भी बेसमेंट बनाना नुकसान देता है. नैऋत्य kon  में basement में बहुत बुरा प्रभाव देती है.  साथ ही basement पूर्व मुखी या उत्तर मुखी plot में ज्यादा शुभ रहती है जबकि दक्षिण व् पश्चिम मुखी प्लॉट्स में बेसमेंट नुकसान देती है.  parking vastu  पार्किंग के लिए  सबसे अच्छी जगह नार्थ-वेस्ट यानि के वायव्य कोण रहती है. साथ ही वाहन पार्क करने के समय vehicle का मुख उत्तर या पूर्व की तरफ करना अच्छा रहता है. क्यूंकि वाहन पर चुंबकीय क्षेत्र का प्रभाव जल्दी पड़ता है.  वास्तु शास्त्र में कौन से त

राहु भी करवाता है प्रेम विवाह - Yogas of Rahu for love marriage

वैसे तो कुंडली में भावों और उनके स्वामियों से लव मैरिज के बारे में देखा जाता है लेकिन कभी कभी राहु भी प्रेम विवाह करवाता है.आइये जानते है राहु से बनने वाला प्रेम विवाह योग   राहु योग से प्रेम विवाह  (Yogas of Rahu for love marriage)  राहु का संबन्ध जब भी विवाह भाव यानि के 7वें भाव  से होने पर व्यक्ति लीक या परम्परा से हटकर शादी करने की  सोचता है.  यदि   पंचम भाव के स्वामी की उच्च राशि में राहु या केतु स्थित हों तब भी व्यक्ति के प्रेम विवाह के योग बनते है. जैसे यदि पांचवे भाव का स्वामी शुक्र है और यदि शुक्र की उच्च राशि यानि किए मीन में राहु हो तो प्रेम विवाह हो सकता है.   जब janm kundli  में मंगल का शनि अथवा राहु से संबन्ध या युति हो रही हों तब भी प्रेम विवाह कि संभावनाएं बनती है. तो व्यक्ति के अपने परिवार की सहमति के विरुद्ध जाकर विवाह करने की संभावनाएं बनती है. यदि जन्म कुण्डली में सप्तमेश व शुक्र पर शनि या राहु की दृ्ष्टि हो, उसके प्रेम विवाह करने की सम्भावनाएं बनती है. 

लाल किताब के अनुसार नौवां घर क्या क्या बताता है

हमारी किस्मत की बुनियाद कितनी पक्की या कच्ची है यह भी यही घर बताता है। इस घर की शुभ स्तिथि हमारे भाग्य की कारक है।  धर्म - कर्म, परोपकार का ज्ञान का भी यह घर है। पहला घर केवल 25 प्रतिशत परोपकार का है तो यह नौवां घर 75 प्रतिशत का है। जानते है ओरक्या क्या बताता है नौवां घर  ninth house as per lal kitab हमारे जीवन की व्यस्तता और संघर्ष का प्रारूप यह नौवां घर है। हमारी व्यस्तता शुभ कामो के लिए खर्च होगी या जीवन का काफी समय बेकार की बातों में बीतेगा, इसका पता यह नौवां घर ही देता है। nova ghar हमारे मकान के भीतरी हिस्से में हमारे बुज़ुर्गो के घर से इस घर का संबंध है। हमारे मकान के अंदर का नाप भी इसी घर से जाना जाता है। हमारी मानसिक जागरूकता का कारक यह घर है। रूहानी अंश का भी पता इसी घर से लगाया जा सकता है। इसी घर यह भी जाना जा सकता है की उसकी आध्यात्मिक प्रगति कितनी होगी। हम जहाँ बैठकर अपना कार्य करते है या वैद्य - हकीम जहाँ बैठकर अपना काम करते है उसका कारक भी नौवां घर है।  हमारे बुढ़ापे और उम्र से भी यह घर जुड़ा है। यह घर हमसे आयु में बड़े बुजुर्गो का है। यह बुजुर्ग हमारे रिश्तेदार भी हो सकते ह

वास्तु शास्त्र में कौन से तस्वीर कहाँ लगाएं

वास्तु शास्त्र में तस्वीर लगाने के कुछ नियम बताये गए है. वास्तु rules हमें बताते है के घर में किस हिस्से में wall paintings व् family photos लगनी चाहिए. जैसे की हम में से काई लोगों को अपने पूर्वजों की pictures घर के मंदिर में लगाने की आदत होती है जो की वास्तु के हिसाब से गलत है. कोई भी तस्वीर हमारे दिमाग पर असर डालती है इसलिए इन्हे दिशा के मुताबिक की लगाना बेहतर रहता है. आइये जानते है कौन से तस्वीर कहाँ लगनी चाहिए.  जो फोटोज युद्ध, अकेलापन, राक्षस दर्शाती हो ऐसी तस्वीर को नही लगाना चाहिए.   कोई भी इमेज जिसे देख कर गुस्सा आता हो दिमाग में कुछ तनाव आता हो उसे दीवार पर नही लगाना चाहिए.  abstract pics घर के दीवारों पर नही लगानी चाहिए ये भ्रम की स्थिति बढ़ाता है.  अपने पूर्वजों की तस्वीरें उत्तर-पूर्व में नही लगानी चाहिए. इन्हे दक्षिण दिशा में लगाना बेहतर रहता है.  पानी (water) से संबंधित इमेज उत्तर में जबकि आग (fire) की दक्षिण में लगाना अच्छा रहता है.  family photographs दक्षिण-पश्चिम में लगाना अच्छा रहता है क्यूंकि ये एरिया relationship से संबंध रखता है, यहाँ फैमिली pics लगाने से संबंध मजब

जानें जन्म कुंडली में प्रेम विवाह के योग ( astrological yogas for love marriage)

 आज की वक़्त में युवाओं का किसी ज्योतिषी से सबसे पहला सवाल जो होता है वो होता है love marriage.और लव मैरिज उनकी प्राथमिकता होती है.इस बारे में वैदिक ज्योतिष में भी कुछ योग बताये गए है. आईये जानते है  के किसी  कुण्डली के कौन से योग प्रेम विवाह की संभावनाएं बनाते है. जन्म कुंडली में प्रेम विवाह के योग ( astrological yogas for love marriage)  जब किसी व्यक्ति कि kundli  में मंगल अथवा चन्द्र पंचम भाव के स्वामी के साथ, पंचम भाव में ही स्थित हों तब अथवा सप्तम भाव के स्वामी के साथ सप्तम भाव में ही हों तब भी प्रेम विवाह के योग बनते है.  जब शुक्र लग्न से पंचम अथवा नवम अथवा चन्द लग्न से पंचम भाव में स्थित होंने पर प्रेम विवाह की संभावनाएं बनती है. (Venus in fifth or ninth house from ascendant or fifth house from Moon than there is chances of  love marriage)  जब पंचम भाव में मंगल हों तथा पंचमेश व एकादशेश का राशि परिवतन अथवा दोनों कुण्डली के किसी भी एक भाव में एक साथ स्थित हों उस स्थिति में love marriage या affair marriage  होने के योग बनते है.   अगर किसी व्यक्ति की कुण्डली में पंचम व सप्तम भाव के

लव लाइफ को ठीक करने के लिए रोमांस जोन को ठीक करें ये वास्तु उपाय

वास्तु शास्त्र के अनुसार रोमांटिक एरिया जोन हमारी लव लाइफ व् रिलेशनशिप के लिए जिम्मेदार होता है. हालाँकि ये relationships पर्सनल और प्रोफेशनल दोनों होती है. इसी जोन में कोई दोष होना हमारी रिलेशनशिप को बर्बाद तक कर देता है. आइये जानते है कौन सा होता है वास्तु में relationship area और कैसे करे इसे ठीक  अगर हमारी जिंदगी में relations ठीक चलते रहे तो किसी भी मुसीबत का सामना किया जा सकता है लेकिन अगर हमारी पर्सनल जिंदगी ही खराब ह जाये तो मुसीबतें बाद जाती है.  वास्तु शास्त्र व् फेंगशुई के अनुसार दक्षिण-पश्चिम कोण यानि के नैऋत्य कोण रोमांस व् relationship का कोना माना जाता है. इस कोने में कोई दोष हमारी पर्सनल लाइफ पर असर डालता है.  आइये जानते है कौन से वो दोष - vastu defects for relationships दक्षिण-पश्चिम टॉयलेट  दक्षिण-पश्चिम किचन  दक्षिण-पश्चिम कोण में गड्ढा  ये दोष आपकी पर्सनल life में रोमांस की कमी करते है साथ ही ये दोष तलाक तक की स्थिति ला देते है. इसके अलावा अगर आपके रूम के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में भी यही दोष है तो भी आपको relationship related प्रॉब्लम आयगी। अब बात करते है उपायों की य

कितने प्रकार की होती है भाग्य रेखा और उसका मतलब - what is telling fate line

what is telling fate line सामुद्रिक शास्त्र  में बताया गया है कि भाग्य रेखा लगभग सात प्रकार की होती है और उनका अलग अलग प्रभाव होता है। इसी बनावट के आधार पर palmist भाग्य के बारे में बताते है. आइये जानते है भाग्य रेखा के प्रकार और उनका फल  ऊपर हाथ के चित्र में जो लाल रेखा है उसे भाग्य रेखा (fate line) कहते है  types of fate lines / bhagya rekha  deep fate line meaning  1.गहरी रेखा : अगर हाथ में भाग्य रेखा गहरी है तो ये इस बात का इशारा है के आपको पैतृक सम्पति मिल सकती है और बड़े बुजुर्गो का साथ मिलता है. light fate line meaning  2.हलकी  रेखा  : भाग्य रेखा अगर हलकी है तो ये इस बात का संकेत है आपको भाग्य भरोसे बैठना नही चाहिए। कर्मों पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए. इसी प्रकार अन्य रेखाओं एवं पर्वतों के प्रभाव से भी परिणाम बदल सकता है। divided fate line meaning   3.विभाजित रेखा : भाग्य रेखा अगर दो भागों में विभाजित हो या टूटकर अंग्रेजी के Y की तरह दिखे तो यह कश्मकश की स्थिति बनाता है यानि कही न कही आपको जिस उम्र में टुटा हुआ दिखाती है वहाँ पर दिक्कत आ सकती है. और साथ ही आपका double mind होना दिख

हथेली के रंग से जाने स्वभाव और स्वास्थ्य - know character from color of palm

सामुद्रिक ज्योतिष में शरीर के कुछ हिस्सों  को देख कर भविष्य के बारे में बताया जाता है। jyotish  की इस विद्या  में हथेली की रेखाओं का काफी महत्व है इसलिए इसे palmistry के नाम भी जाना जाता है।  हस्तरेखा शास्त्र के जानकारों का कहना है कि केवल हथेली पर दिखाई देने वाली रेखा को देखकर भविष्य बताया नहीं जा सकता इसमें  और भी चीज़े देखनी पड़ती जैसे हथेली का साइज व् रंग. आज हम आपको बताते है के हथेली के रंग से स्वभाव और स्वास्थ्य के बारे में कैसे जाने  know character from color of palm yellow   यदि आपकी हथेली का रंग बहुत ही पीला है तो ऐसा माना जाता है  कि आप आपके शरीर में रक्त की कमी हैं.साथ ही ये भी दर्शाता है  आप स्वभाव से स्वार्थी हो सकते। ऐसा माना जाता है के अगर आपकी हथेली का रंग पीला है तो यह संकेत है कि आप रोगग्रस्त हैं।  red  अगर आपकी हथेली लालिमा (reddish) लिये हुए है तो यह इस बात का संकेत  है कि आप ब्लड प्रेशर जैसी  समस्या से परेशान हो सकते हैं। आप अपने गुस्से पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं.और यदि आपकी हथेली extra  लाल दिखाई देती है तो आपका नेचर  बहुत ही उग्र हो सकता है आप क्रोध में सीमा से ब

केमद्रुम योग कैसे बनता है (How is Kemadruma Yoga formed?)

jyotish shastra के अनुसार अगर जन्मकुंडली में  चंद्रमा ग्रह से दूसरे  और बारहवें  दोनों भावों  में कोई ग्रह नही हो तो केमद्रुम  योग (Kemadruma Yoga)  बनता है. केमद्रुम योग के संदर्भ में छाया ग्रह राहु केतु की गणना नहीं की जाती है. इसका मतलब यदि चन्द्रमा के आगे या पीछे राहु या केतु में से कोई ग्रह हो तो भी उसकी गणना नही होगी.  if there is no planet in 1st and 12th house from  moon than kemadruma yoga performed -  किसी वयक्ति की जन्म कुंडली  में ऐसा योग होने पर ऐसा देखा जाता है के व्यक्ति जीवन में कभी न कभी गरीबी  एवं संघर्ष से ग्रस्त होता है.  इसके साथ ही साथ व्यक्ति uneducated  या कम पढा लिखा, निर्धन एवं बेवकूफ भी हो सकता है. यह भी कहा जाता है कि केमद्रुम योग वाला व्यक्ति married life और संतान पक्ष का उचित सुख नहीं प्राप्त कर पाता है. हालाँकि ये योग भंग हो जाता है यदि लगन से केंद्र में चन्द्रमा या कोई अन्य ग्रह हो. 

लाल किताब के अनुसार पहला घर - first house as per lal kitab

जन्म कुंडली में पहला घर किसी वयक्ति का नाम उसके स्वभाव का पता चलता है. इस घर से ये भी पता चलता है के वयक्ति अपनी रीती रिवाज़ों पर कितना चलेगा या नही. ये घर हमारे बचपन से संबंध रखता है. वह कर्म जो हमें इस जन्म में भोगने है वो भी इसी घर से पता चलता है. आइये जाने है ओ क्या क्या पता चलता हो पहले खाने से   lal kitab me pehla ghar  ये घर पूर्व दिशा का कारक है. कुछ हद तक ये हमारे कारोबार से जुड़ा हुआ है. पहले घर से ये पता चलता है के हम किस जगह कितनी ऊंचाई तक पहुचेंगे. वयक्ति जो धन अपनी म्हणत से कमाता है इसी घर से पता चलता है.  ये हमारे शरीर के हिस्सों में माथे व् चेहरे से संबंध रखता है. इसी घर से किसी के अंदर कितना घमंड है पता चल जाता है. पिछले जन्म के कर्मो से हम कैसी किस्मत लेके जन्मे है इसी घर से मालूम चलता है.  इस घर में सूर्य अच्छा फल देता है. जबकि शनि इस घर में नीच ह जाता है. इस घर का मालिक  मंगल है और राहु का इस घर में उच्च या नीच होना उसकी राशि पर निर्भर करेगा.  इस घर का संबंध मुख्या रूप से हमारी 25 वर्ष तक की आयु से होता है. यदि किसी वयक्ति की कुंडली में सूर्य अच्छा है तो उससे पूर्व मु

ads