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Showing posts from January, 2016

हथेली में जाने बुध पर्वत क्या क्या बताता है - mercury mount in palm

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार हमारी सबसे छोटी उंगली जिसे हम  कनिष्ठा कहते है उसके नीचे वाले स्थान में बुध ग्रह का स्थान माना जाता  है यानी यहां बुध पर्वत स्थित होता है। बुध पर्वत को भौतिक सुख, खुशहाली और धन सम्पत्ति का स्थान कहा जाता है। आइये जानते है और क्या क्या पता चलता है बुध पर्वत और कैसा होना चाहिए बुध पर्वत  उठा हुआ - जिनकी हथेली में बुध पर्वत सामान्य उठा हुआ होता है वे लोग नई चीजो की तलाश के प्रति उत्सुक रहते हें। ऐसा वयक्ति सामने वाले के मन में क्या चल रहा है  आराम से जान जाता है. ऐसा वयक्ति अपने जीवन बहुत घूमता है.  अत्यधिक उठा हुआ -  ऐसा देखा जाता है के जिनकी हथेली में यह पर्वत बहुत अधिक उभरा होता है वे काफी चालाक होते है और धोखा देने में निपुण होते है. और यदि साथ ही  इस पर सम चतुर्भुज का चिन्ह दिख रहा है तो यह संकेत है कि व्यक्ति अपराधी बनता है और आगे बढ़ता है.  यही स्थिति अविकसित बुध पर्वत के होने से भी व्यक्ति गलत व् गैर क़ानूनी काम करता है.  सपाट होने की स्थिति में वयक्ति पैसा नही कमा पाता 

वास्तु में कैसे परेशान करते है इलेक्ट्रॉनिक सामान

आयन (ion) ऐसे परमाणु या अणु है जिसमें इलेक्ट्रानों और प्रोटोनों की संख्या असामान होती है। इस से आयन में विद्युत आवेश (चार्ज) होता है।  हो गयी साइंस की लेकिन ये ions modern वास्तु शास्त्र में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ है, आज के समय शायद ये ions ही नयी नई परेशानियां घर में लाते है. आइये जानते है क्या और कैसे  परेशान करते है ये और क्या है समाधान  ये बात तो हमने school में भी पड़ी है के दो तरह के ions या ऋण होते है. अगर इलेक्ट्रॉन की तादाद प्रोटोन से अधिक हो तो आयन में ऋणात्मक (नेगेटिव) आवेश होता है और उसे ऋणायन (negative Ion ) भी कहते हैं। इसके विपरीत अगर इलेक्ट्रॉन की तादाद प्रोटोन से कम हो तो आयन में धनात्मक (पोज़िटिव) आवेश होता है और उसे धनायन (cation, कैटायन) भी कहते हैं। positive ion हमारे शरीर के लिए बहुत नेगेटिव होते है और कैंसर, tumor, restless रहना ये सब इसके कारण ही होता है. positive आयन बिजली के सामान, कंप्यूटर, laptop से सबसे ज्यादा निकलते है. घर के स्विच बोर्ड या मीटर से ये लगातार निकलते रहते है. उसके अलावा हमारा मोबाइल फ़ोन जो सोते हुए भी हमारे साथ रहता है. पॉजिटिव ion का सीधा असर ह

लाल किताब में केतु क्या क्या बताता है - lal kitab mai ketu

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु एक छाया ग्रह है. ज्योतिष में केतु को झंडा माना गया है, जन्मकुंडली चाहे कितनी भी अच्छी हो लेकिन यदि केतु खराब है तो वाहन या मकान पर झंडा नही फहरा सकते. आइये जानते है केतु क्या महत्व रखता है लाल किताब ज्योतिष शास्त्र में   ketu in lal kitab in hindi केतु  मीन राशि में उच्च होता है इसके अलावा मिथुन, कन्या, धनु, मकर में भी ये अच्छे फल देता है. यदि किसी कुंडली में pehle bhav mai ketu हो तो सूर्य उच्च का माना जाता है. मंगल यदि छठे भाव में आ जावे तो केतु असर नही देता।  पांचवे व् नौवे भाव में केतु संतान पक्ष प्रबल करता है. सांतवे घर में केतु अच्छा फल देता है. बारहवें घर में केतु धन सम्पति देता है. (ketu good in 12th house) शुक्र के साथ होने पर कामदेव की कृपा बनी रहती है, गुरु के साथ होने पर केतु श्रेष्ठ होता है.  केतु यात्रा करने वाला माना जाता है.(ketu relate with travels) संतान का कारक ग्रह केतु होता है. इसके अलावा कुत्ता भी केतु माना जाता है लेकिन लाल रंग का कुत्ता केतु  नही होता।  चारपाई भी केतु के प्रभाव में आती है, ऐसा माना जाता है के ससुराल से मिली चारपाई

सूर्य पर्वत से जाने मान सम्मान

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार सूर्य पर्वत अनामिका उंगली (ring finger) के जड़ में स्थित होता है. इसे  Apollo mount भी कहते है.    ये एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है, क्यूंकि सूर्य पर्वत  हर वयक्ति के हाथ में उभरा हुआ नही होता.  इसे बुद्धिमानी,  success  का स्थान माना जाता है। इसे राजा या सरकारी पक्ष से भी जोड़कर देखा जाता है. आइये जानते है और क्या क्या बताता है सूर्य पर्वत का उभरा या दबा होना।  सूर्य पर्वत(Mount of Apollo) जिनकी हथेली में यह पर्वत उभरा होता है उनका दिमाग तेज होता है और सरकारी व् राज काज से संबंधित काम करते है.  ऐसे लोग  जीवन में सफलता हासिल करते हैं। ऐसा सूर्य मान सम्मान का उच्चतम शिखर दिखाता है. ऐसे लोगों में आत्मविश्वास बहुत ज्यादा देखा जाता है.  sun mount  बहुत ज्यादा  उन्नत होने पर ऐसा देखा जाता है के लोग चापलूस पसंद होते है एक बिगड़े हुए राजा जैसा स्वभाव हो सकता है.  नॉर्मली ये पर्वत कुछ सपाट या धंसा हुआ सा अधिकतर लोगों के हाथ में पाया जाता है जिसका मतलब अभी तरक्की नही है दिखाता है लेकिन इसमें फर्क आता रहता है. इसका मतलब ये पर्वत उभर भी सकता है और उभरा हुआ धंस भ

हथेली में शनि पर्वत से जाने अपना भाग्य - mount of Saturn

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार वयक्ति की हथेली में शनि पर्वत (Mount of Saturn)  मध्यमा उंगली (middle finger)  के बिल्कुल  नीचे माना जाता है। ऐसा माना जाता है के  व्यक्ति के हाथ में यह पर्वत विकसित होता है वे बहुत ही भाग्यशाली होते हैं, मान सम्मान पाता है. अगर  हथेली पर भाग्य रेखा बिना कटे हुए इस पर्वत को छूती है तो जिंदगी में काई तरक्की मिलती है. आइये जानते है और क्या क्या बता है शनि पर्वत  शनि पर्वत  (Mount of Saturn)  विकसित -  शनि पर्वत बड़ा हुआ होने से अपने कामो को पूरी मेहनत से  करता है. लेकिन अकेले रहते है किसी से आसानी से तालमेल नही बैठा पाते।  ऐसे लोग   आस पास से बिल्कुल कट कर रहना पसंद करते हैं और अपने आप को ही नुकसान पहुंचाते है. लेकिन भाग्य साथ देता है.  सपाट   - जिनकी हथेली में शनि पर्वत बिलकुल सपाट होता है वे वक़्त बर्बाद करते है. लेकिन  फिर भी  सफलता और सम्मान प्राप्त करते हैं।  ज्यादा विकसित -  कभी कभी ऐसा देखा जाता है के  हथेली में शनि पर्वत बहुत अधिक उन्नत या उभरा हुआ  होता है   वे अत्यंत भाग्यवादी होते हैं और अपने भाग्य के बल पर ही जीवन में तरक्की करते हैं।  रेखाएं -      

हथेली में गुरु पर्वत क्या क्या बताता है - meaning of mount of Jupiter in palmistry in hindi

सामुद्रिक शास्त्र की शाखा हस्त विज्ञानं में हाथों के पर्वतों को काफी महत्व दिया गया है. आज बात करते हाथ में गुरु पर्वत की.  गुरू पर्वत का स्थान हथेली पर तर्जनी उंगली के ठीक नीचे होता है। जिनकी हथेली पर यह पर्वत अच्छी तरह उभरा होता है उनमें नेतृत्व एवं संगठन के गुण  होते  है। आइये जानते है गुरु पर्वत की विभिन्न स्थितियों के बारे में  गुरू पर्वत (Mount of Jupiter) - hatheli mai guru parvat  विकसित -  उभरा हुआ गुरु पर्वत जिनके  हाथ में होता है वे धार्मिक प्रवृति के होते हैं, ये लोगो की मदद करने के लिए हमेशा तैयार  रहते हैं। यह पर्वत उन्नत होने से व्यक्ति न्यायप्रिय होता है और दूसरों के साथ जान बूझ कर गलत काम  नहीं करता है। शारीरिक तौर पर उच्च गुरू पर्वत वाले व्यक्ति का शरीर मांसल होता है यानी वे मोट होते हैं। ज्यादा विकसित -  लेकिन यदि यह पर्वत जिनमें बहुत अधिक विकसित होता है यानि बहुत ज्यादा ही उभरा हुआ है तो  व्यक्ति स्वार्थी व अहंकारी होते हैं। कम  विकसित -  जिन लोगों के  हाथों में यह पर्वत कम विकसित होता है वे शरीर से दुबले पतले होते हैं। अविकसित गुरू के होने से व्यक्ति में संगठन एवं

भाग्यांक 3 वाले किस करियर में बनाये अपनी लाइफ - which career suitable for life path number 3

अगर आपका जन्म दिन का योग (dd+mm+yyyy) 3 है तो आपका भाग्यांक 3 होगा. भाग्यांक 3 लोग क्रिएटिव होते है. भाग्यांक 3 वाले लोगों में बचपन से ही  आर्टिस्टिक और कला की योग्यता होती है. आइये जानते है भाग्यांक 3 वाले लोगों को किस तरह के करियर या प्रोफेशन सूट करते है. career for life path number 3 in hindi हालाँकि ये लोग कला के अधिकारी होते है लेकिन साथ ही  किसी खेल में भी ये जा सकते है साथ ही दवा से संबंधित काम इन्हे फायदा देता है. ये लोग किसी भी काम में सेल्स डिपार्टमेंट को आराम से संभाल सकते है. इनके लिए ऐसा काम बहुत बढ़िया रहता है जिसमे दूसरों को खुश करना हो. अपने धार्मिक आचरण/आध्यात्मिक behave के कारण ये लोगों से आराम से घुल मिल जाते है साथ विदेश यात्रा भी कर सकते है. ऐसे लोग अध्यात्म के बारे में सोचते रहते है और ये उसी में कोई करियर बनाने की तरफ जा भी सकते है जो इन्हे आमदनी के साथ अच्छा भी लगता है. लोगों से अच्छे से घुलने मिलने के कारण advertising या journalism में काफी सक्सेसफुल होते है. ऐसे लोग कला या film making की और अचानक जा सकते है. भाग्यांक 3 पब्लिक सर्विस, मार्केटिंग की तरफ इनका ध्

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