Skip to main content

Posts

Showing posts with the label vastu treatments

दक्षिण-पश्चिम दिशा में मंदिर - mandir in south-west corner

  घर के दक्षिण-पश्चिम कोण में मंदिर होना एक वास्तु दोष माना जाता है.आइये जाने है इस दोष का क्या क्या असर देखने को मिलता है.  vastu tips for worship room in south-west कभी कभी हम देखते है के शादी के लायक वयक्ति का शादी - ब्याह से मोह (no interest in marriage vastu) उठ गया है. उसकी शादी करने में कोई रूचि नही है, लेकिन क्या आप जानते है इसमें वास्तु दोष भी एक कारण हो सकता है.   किसी वयक्ति को भगवान में विश्वास व् आस्था होना अच्छी बात है. लेकिन इसका मतलब ये नही है भगवान में ही लीन हो जाओ. वास्तु के अनुसार यदि किसी घर में मंदिर दक्षिण-पश्चिम में बना हुआ है तो इस प्रकार की परेशानियां आ जाती है. ऐसे घरो में वयक्ति शादी से घृणा करने लगता है (aversion of marriage) दक्षिण-पश्चिम वास्तु कोण हमारी relationship के लिए जिम्मेदार होता है. यहाँ मंदिर होने पर ऐसा देखा जाता है वयक्ति भगवान में ज्यादा रूचि लेने लगता है साथ हर काम को भगवान की इच्छा मानकर कर्म प्रधान नही रहता जो की एक गलत सोच है.  इसका सबसे अच्छा उपाय यही बनता है के मंदिर को कहीं और शिफ्ट किया जाये. 

वास्तु में सेक्स के लिए कौन सी दिशा - vastu-fengshui directions for sex

  वास्तु शास्त्र में हर दिशा किसी न किसी काम से जुडी होती है. आज आपको बताते है के सेक्स और अट्रैक्शन से मुद्दों के लिए कौन सी दिशाएं महत्वपूर्ण होती है. In Vastu Shastra, every direction is related to some work. Today we will tell you which directions are important for issues related to sex and attraction.

फायदे की जगह नुकसान भी कर सकता है मनीप्लांट - where to place money plant as per vastu shastra

  वास्तु शास्त्र में पेड़ पौधों का बहुत महत्व है. इसी में एक पौधा है मनी प्लांट जिसे लोग घर में समृद्धि लाने के लिए लगाते है. लेकिन अगर यही पौधा गलत दिशा में रखा जाए  तो नुकसान भी कर सकता है. आइये जानते कहाँ रखे मनी प्लांट को  where to place money plant as per vastu shastra - कहाँ लगाएं मनी प्लांट  वैदिक वास्तु के अनुसार  मनीप्लांट का संबंध शुक्र और कुछ हद तक बुध से होता है. इस प्रकार से इसे आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में लगाना सबसे अच्छा होता है. money plant ko hamesha aagnay kon me lagana chahiye. वास्तु अनुसार दक्षिण-पूर्व दिशा के देवता गणेशजी हैं जबकि प्रतिनि‍धि शुक्र हैं। (lord of southeast is venus & mercury). इस दिशा में ये पौधा लगाने से पॉजिटिव एनर्जी मिलती है. money plant  को कभी भी ईशान यानी उत्तर-पूर्व (ishan kon) में नहीं लगाना चाहिए।   ishaan kon ka malik jupiter hota hai or shukra ke sath uska sambnadh acha nhi hota अगर आपको ईशान कोण में कोई पौधा लगाना है तुलसी का पौधा लगाया जा सकता 

योग जिसमे वास्तु कार्य अति उत्तम फल देगा

  वास्तु के प्राचीन ग्रन्थों में ऐसे अनेक ऐसे योग लिखे मिलते है जिनमे यदि ग्रह निर्माण हो या ग्रह प्रवेश हो जाये तो निश्चित ही वह घर हमेशा हर तरह से फल फूलता रहेगा, ऐसा ही एक योग आपको बताते है... 

शादी का वास्तु शास्त्र से संबंध - vastu shastra and marriage

  शादी जिंदगी का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग है, शास्त्रानुसार जिंदगी चार विषय धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष को पूर्ण करने के लिए घर के साथ शादी भी जरूरी है. 

साउथवेस्ट में मुख्य द्वार का वास्तु - vastu of southwest main entry

    साउथ-वेस्ट जिसे नैऋत्य कोण भी कहते है. ये दिशा  वास्तु शास्त्र की सबसे महत्वपूर्ण दिशा होती है. माना जाता है के इस दिशा के कारक ग्रह राहु देव होते है.  वास्तु ग्रंथो के अनुसार इस दिशा में घर के मुख्य द्वार का होना एक बड़ा  वास्तु दोष माना जाता है जो की आपको हर तरह की परेशानी देने की क्षमता रखता है. आइये जानते है क्या परेशानियां आती है और क्या हो सकता है इस वास्तु दोष का उपाय।

पूर्व दिशा के लिए वास्तु उपाय - vastu remedies for east direction

    इस पोस्ट में हम समझेंगे के पूर्व दिशा में क्या उपाय कराये जा सकते है. जब आपको पूर्व दिशा को ऊर्जावान बनाने की जरूरत हो. 

वास्तु शास्त्र में इलेक्ट्रिसिटी कैसे कार्य करती है. vastu shastra and electric ions

आज चर्चा करते है आयन की, 6th कक्षा में आपने पढ़ा होगा, धनात्मक ऋण और ऋणात्मक ऋण, आज पहले इन्हे समझते है फिर वास्तु से इनका क्या संबंध ये जानते है.

वास्तु अनुसार कटे हुए जोन को कैसे जगाये - how to enhance a area according vastu

कभी कभी आप महसूस करते है या कभी कभी question भी करते हैं  के कोई particular zone को enhance कैसे किया जाए. तो आज इस लेक्चर में आपको यही बताता हूँ. 

वास्तु शास्त्र में टॉयलेट गलत दिशा में होने पर कैसे सही करे - vastu treatment of toilet

आज बात करते है वास्तु शास्त्र के ऐसे भाग पर जो वास्तु शास्त्री के सबसे पहले मुख होता है - टॉयलेट. जब  कोई व्यक्ति घर बनाता है तो सबसे पहले वो टॉयलेट का ही ध्यान रखता है. आइये जानते टॉयलेट और वास्तु नियम के बारे में. 

ads