आज हम बात करते हैं कुंडली के हर भाव के कारण तत्वों के बारे में. ज्योतिष का एक महान ग्रंथ है उत्तर कालमृत ये कालिदास जी के द्वारा रचित है इसमें कुंडली के हर भाव के जो कारक तत्व होते हैं जो प्रॉपर्टीज़ होती है उनके बारे में बताया गया है और जितना मैं अभी तक पढ़ पाया हूँ ना यहाँ पर सबसे ज़्यादा खुलकर बताया गया है और सबसे ज़्यादा प्रॉपर्टीज़ बतायी गयी संख्या में.
ocean of vastu shastra and astrology