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सांतवे भाव में सूर्य का फल - sun in seventh house in lal kitab

सांतवे घर में सूर्य लाल किताब के अनुसार नीच का माना जाता है. लाल किताब के अनुसार ऐसा जातक अपनी married life से परेशान रहता है. business में हानि होती है. स्वभाव में गुस्सा हो सकता है. मित्र ग्रहों की मदद से फायदा होता है. पहले खाने में कोई ग्रह न हो तो सूर्य सोया हुआ माना जाता है. पराई स्त्री जो की माता के सामान हो उससे फायदा मिलता है. ससुराल से सम्बन्ध खराब होते है. उपाय - remedies for sun in 7th house रसोई के बाद आग बुझाने के लिए दूध छींटे मारे। काली गाय को घास दें कोई भी काम करने से पहले कुछ मीठा खा ले.

छठे भाव में सूर्य का फल - sun in sixth house in lal kitab

लाल किताब के अनुसार छठे घर में सूर्य होने से जातक अपने ननिहाल से लाभ पाता है, ऐसा जातक थोड़ा बेफिक्र सा रहता है. अपने भाग्य पर भरोसा रखने वाला होता है. पहले घर में शनि या शुक्र हो तो स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है.  ऐसे लोगों का जीवन में अपना या पिता का एक  बार पतन अवश्य होता है. लेकिन पुत्र जन्म हो तो बहुत अच्छा फल मिलता है.  उपाय - बन्दरो को गुड़ खिलाएं  माता या दादी के पैर धोएं  शीशे के चकोर टुकड़े जमीन में दबाएं 

पांचवे भाव में सूर्य का फल - sun in fifth house in lal kitab astrology

lal kitab mai surya pachve ghar mai पांचवें घर में सूर्य होने पर जातक पढ़ाई में तेज़, गुस्से वाला होता है. ऐसे लोगों का बुढ़ापा सुखी रहता है. सत्ता से इनके संबंध अच्छे होते है. बृहस्पति की दृष्टि पड़ने पर मान सम्मान मिलता है. गुरु दसवें घर में होने पर एक से अधिक विवाह होते है. शनि तीसरे घर में हो तो नीच फल मिलता है जातक दुखी रहता है. ऐसे लोगो को बंदरों को चन्ने खिलाने चाहिए. ऐसे लोगों को कभी किसी की बुराई नहीं करनी चाहिए.

कुंडली में सूर्य को ठीक करने के उपाय - remedies of sun in kundali

किसी जन्मकुंडली में सूर्य सबसे महत्पूर्ण ग्रह होता है. सूर्य को व्यक्ति की आत्मा  माना गया है. पिता, दादा का कारक भी सूर्य है. अगर सूर्य किसी जातक का खराब हो जाये तो काफी कष्ट झेलने पड़ते है. ऐसे में कुछ छोटे छोटे उपाय कारगर उपाय आपको राहत दे सकते है. जानते है क्या है उपाय remedies of sun in lal kitab astrology in hindi सूर्य खराब फल दे रहा हो तो सुबह सुबह उगते सूरज को जल देना चाहिए। सूर्य नमस्कार करना चाहिए.  शुभ फल प्राप्त करने के लिए ताम्बे से बनी चीज़े ब्राह्मण को दान देनी चाहिए। ताम्बे का चकोर टुकड़ा अपने पास रखें  पिता की सेवा करने सूर्य अच्छा होता है.  गुड़ का दान करें, गाये को गुड़ खिलाएं। थोड़ा सा गुड़ स्वयं भी खाएं।  घर की पूर्व दिशा में एक पीतल का सूरज लगा सकते है. 

सूर्य चौथे घर में - sun in 4th house in lal kitab astrology in hindi

चौथे घर में ऐसा देखा जाता है के सूर्य माता या बहन के सुखों में कमी देता है. जातक  विदेश में रहना पड़ सकता है, ऐसा देखा जाता है के ऐसे लोगों के पास पैसा आ जाता है लेकिन उसका भोग इन्हे नही मिलता.  surya chothe ghar mai suraj yadi 4th bhav mai ho दसवें में गुरु भी आ जाये तो उसका प्रभाव बढ़ जाता है. मान सम्मान मिलता है, शनि सांतवे में हो तो गुप्त रोग हो सकता है. बृहस्पति पहले में हो तो अग्नि के कारण परेशानी होती है.  उपाय - remedies for sun in 4th house in hindi अंधो को भिक्षा दें.  मांसाहार नहीं करना चाहिए।  सीसे का सिक्का खाकी रंग के धागे में धारण करें. 

सूर्य तीसरे भाव में - sun in third house

लाल किताब में सूर्य अगर तीसरे भाव में हो तो ऐसा वयक्ति सम्पति वाला व् अपनी कमाई से आगे बढ़ने वाला होता है. ऐसे वयक्ति की माँ की आयु लम्बी होती  है यदि चन्द्र कुंडली में ज्यादा पीड़ित न हो.  teesre bhaav mai surya teesre bhav me suraj hone se अगर छोटा भाई है तो ये और शुभ हो जाता है. ऐसा वयक्ति  गरीब नही होता चाहे जैसे घर में पैदा हुआ हो. लेकिन यदि जातक गलत कामों में लिप्त होता है तो गरीबी आनी  पक्की है.  teesre bhav ke surya ka upay उपाय - अपनी माँ की सेवा करे. अपना चाल चलन ठीक रखे. 

लाल किताब में सूर्य दूसरे भाव में - sun in second house in lal kitab astrology

सूर्य दूसरे भाव में - sun in second house  लाल किताब के अनुसार सूर्य दूसरे खाने में अपनी पत्नी के कारण सम्बन्धियों से झगड़ा देता है. जबकि अन्य मामलों में यहाँ बैठा सूर्य अच्छे फल ही देता है. ऐसे जातक को पत्नी के झगड़ों से दूर रहना चाहिए। ऐसा जातक काई सुख भोगता है व् प्रगति भी बहुत करता है. ससुराल भी अच्छी मिलती है.  ऐसा जातक किसी धर्म स्थान का भी निर्माण कराता है. अपने सगे संबंधियों का भी लाभ करता है. जातक को अपनी जबान गंदी नही करनी चाहिए।किसी से भी कच्चा  अन्न मुफ्त में नही लेना चाहिए।

लाल किताब में सूर्य पहले भाव - (sun in first house in lal kitab)

लाल किताब में सूर्य पहले भाव - (sun in first house in lal kitab) lal kiab ke anusar सूर्य पहले खाने में हो तो जातक सच बोलने वाला व् लम्बी आयु वाला होता है. धोखे बहुत मिलते है. यदि जातक परोपकार करे तो सूर्य का अच्छा फल मिलेगा वरना नही. ऐसे  जातक को अपनी कमाई का चौथा हिस्सा धार्मिक कार्यों में लगाना अति शुभ फल देता है. यदि पहले सूर्य अकेला हो और सांतवा भाव खाली हो तो जल्दी विवाह अच्छा रहता है. ऐसे लोगों को गुस्सा जल्दी आता है. सूर्य के साथ अन्य ग्रह होने पर प्रभाव बदल सकते है.  पहले घर में सूर्य को मंगल या चन्द्र साथ दे रहे हो तो जातक अपनी मेहनत से पैसा कमाता है. पहले भाव में सूर्य हो और सांतवे भाव शुक्र हो तो जातक के पिता को कष्ट मिलने की सम्भावना होती है.

लाल किताब में सूर्य (Planet Surya as per Lal Kitab)

सूर्य नवग्रहों में सबसे शक्तिशाली ग्रह है. सभी ग्रह इनकी परिक्रमा करते हैं. ज्योतिषशास्त्र में सूर्य को प्रमुख ग्रह  के रूप मान्यता प्राप्त है. और क्या महत्व है सूर्य का लाल किताब  में आइये जानते है  sun in lal kitab astrology  ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सम्पूर्ण विश्व राशि-नक्षत्र और ग्रहों से प्रभावित है. सूर्य सभी ग्रहों का राजा है. लाल किताब ग्रहों के राजा को टेवे में प्रथम खाना का अधिपति मानता है. सूर्य ग्रह सिंह राशि का स्वामी है और यही इसकी मूल त्रिकोण राशि भी है. सूर्य सदैव मार्गी चलता हैं. मेष राशि में सूर्य उच्च होता हैं एवं तुला राशि में नीच. सूर्य चन्द्र, मंगल और बृहस्पति का मित्र है जबकि बुध के साथ समभाव रखता है. सूर्य के शत्रु ग्रह शुक्र, शनि, राहु एवं केतु हैं. सूर्य अपने सातवें घर को पूर्ण दृष्टि से देखते हैं. इनमें सत्वगुण की प्रधानता होती है और ये स्थिर स्वभाव के होते हैं. सूर्य पित्त प्रधान ग्रह हैं. इनसे प्रभावित व्यक्ति बहुत जल्दी उग्र हो जाते हैं. गंभीरता एवं आत्माभिमान भी इनसे प्रभावित व्यक्तियों में दिखाई देता है. यह दृढ़ इच्छा शक्ति देता है और नेतृत

सूर्य ग्रह से सम्बंधित चीज़े - surya se sambandhit cheeze

सूर्य ग्रह देवी - देवता  =  विष्णु, सूर्य  वर्ण  =  क्षत्रिय, गुण = बहादुर, आग, गुस्सा, बुद्धि, विद्या, सम्पूर्ण शरीर, आयु surya grah se relates items  metal - धातु = माणिक, ताम्बा, शिलाजीत  body parts related with sun - शरीर के अंग = सम्पूर्ण शरीर , दायीं आँख, दायाँ हिस्सा, हड्डियाँ  dress - पोशाक  = सेहरा, कलगी  animals - पशु = बन्दर,पहाड़ी गाय, काली गाय  tress - पेड़ = तेजफल, लौंग, जायफल, इलायची, जड़ी-बूटी, अनाज = बाजरा, गुड  color रंग = नारंगी, केसरिया, भूरा  place - निवास = सम्पूर्ण शरीर 

लाल किताब में सूर्य को ठीक करने के उपाय - surya ko theek karne ke upay

लाल किताब में सूर्य को ठीक करने के उपाय लाल किताब के अनुसार ग्रह चाहे शुभ स्थिति में हो या अशुभ उसका उपाय करने से जहाँ उसके फल में स्थायित्व रहता हें, वही दूसरी तरफ अशुभ ग्रह का उपाय करने से उसकेदूष्प्रभाव की शान्ति होती है. इस लेख के माध्यम से सूर्य ग्रह के प्रत्येक भाव मेँ स्थित होने पर उसके उपाय कीजानकारी दी गई है. प्रत्येक व्यक्ति जिनका सूर्य जिस-2 भाव में स्थित है वह यहाँ दी गई सूची के आधार परउपाय कर सकता है. प्रथम भाव में स्थित सूर्य का उपाय (Remedies of Sun in first house)1) शराव, मांस, अण्डा के सेवन से परहेज करे़. 2) उड़द की दाल जल में प्रवाहित करें. 3) गले में सोने की चेन पहनें. 4) मसूर की दाल, गुड़, मिर्च, इत्यादी दान करें. द्वितीय भाव में स्थित सूर्य का उपाय (Remedies of Sun in second house) 1) अनावश्यक झगडा से बचें. 2) परोपकार करते रहें लाभ में रहेगें. 3) कभी भी दान न ले, तथा मुफ्त में किसी से भी कुछ ना लें. 4) तेल, बादाम व नारियल मन्दिर में दान करें. 5) घर हो या मन्दिर कहीं भी घी का दिया न जलाएं. तृ्तीय भाव में स्थित सूर्य का उपाय (Remedies of Sun in third house)1) बुरे य

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