एमेथिस्ट क्रिस्टल असलियत में स्फटिक का ही एक रूप है जिसमे मेगनीज धातु की वजह से रंग नीला होता है जो की लोहे का ही एक रूप है. एमेथिस्ट शब्द यूनानी शब्द अमेथिस्टोस से आया है जिसका मतलब होता है शराब से दूर रहने वाली लड़की. यूनानी ये मानते थे की ये रत्न व्यक्ति को शराब और अन्य लतो से दूर रख सकता है जबकि प्राचीन यूरोप के सैनिक ये मानते थे की ये बहुत जल्दी स्वस्थ कर देता है इसलिए वे इसे युद्ध के समय पहन कर निकलते थे. इसे नीले, बैंगनी, हरे, गुलाबी रंग में भी प्राप्त किया जाता है लेकिन सबसे फेमस बैंगनी ही है.
एमेथिस्ट एक अत्यंत शक्तिशाली और सुरक्षात्मक पत्थर है। यह मानसिक हमले से बचाता है, ऊर्जा को प्रेम में परिवर्तित करता है जैसे कोई व्यक्ति पुरे दिन गुस्से में घिरा रहता है तो उसे एमेथिस्ट उसे शांत कर सकता है. कभी कभी जमीन के नीचे ऊर्जाएं होती है जो प्रॉपर्टी के ऊपर रहने वाले लोगो को परेशान कर रही होती है इसे geopathic स्ट्रेस भी कहते है एमेथिस्ट ऐसी ऊर्जाओं को नीचे ही रोक देता है. इसी वजह से वास्तु शास्त्र में इस क्रिस्टल के चूरे या रॉ पत्थर को जमीन में दबाया जाता है ताकि नीचे की ऊर्जा परेशान ना करे.
एक शब्द होता है ट्रैंक्विलाइज़र ये एक मिनरल कॉम्बिनेशन भी होता है और एक दवाई भी जो की दिमागी शांति के लिए मरीज़ को दिया जाता है लेकिन एमेथिस्ट में ये नेचुरल क्वालिटी होती है. इसको धारण करने वाला तुरंत शांति को प्राप्त कर सकता है. काफी लोग जो ध्यान में लगे रहते है वो एमेथिस्ट के गिलास या कप में पानी पीना पसंद करते है.
जागरूकता। अब यदि आप एमेथिस्ट के शांति वाले गुण को समझ चुके है तो ये भी समझ जायेंगे के जो व्यक्ति शांत है वो जागरूक होगा ही होगा. उसे पता होगा क्या सही है क्या गलत. नशे की लत हो या शारीरिक जूनून की , धारण करने वाले को पने पर कण्ट्रोल आ जाता है. इस तरह ये पत्थर सभी तरह की लत पर काम कर सकता है.
मन को शांत करने के साथ एमेथिस्ट में अनोखा गुण होता है की जब जरूरत पड़ती है तब ये गुस्से वाला भी बना देता है लेकिन सिर्फ जरूरत के समय. एमेथिस्ट व्यक्ति को सांसारिक चीज़ो में नहीं फसने देता, जिससे आप आत्मकेंद्रित हो जाते हो.
यह पत्थर इंसान की निर्णय लेने की क्षमता को बहुत ज्यादा अच्छा कर देता है. जागरूक है शांत है तो सिंपल सी बात है की व्यक्ति आध्यात्मिक और ज्ञान से युक्त हो ही जाएगा. ये पत्थर दिमाग को शांत करता है जिससे नींद ना आना जैसी समस्या खत्म होती है. नींद अच्छी आये तो यादाश्त खुद ही बढ़ने लगती है और आप अपने लक्ष्य की तरफ आसानी से बढ़ने लगते हो. मनोविज्ञान ऐसा मानता है के जो व्यक्ति सपने नहीं देखता जिसे visualization भी कहते है वो कामयाब नहीं हो पता, क्यूंकि जब तक मन में कुछ बनने का सपना नहीं होगा तो राह नहीं मिलेगी एमेथिस्ट इसमें बहुत फायदा करता है.
ये पत्थर आध्यात्मिकता को बढ़ावा देता है, काफी लोग तीसरी आँख को खोलने के लिए भी इसे धारण करते है. intuition पावर को जगाने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है. किसी भी चीज़ को अपनी अंतर्दृष्टि से देखना ये क्रिस्टल सीखता है. काफी बार ऐसा देखा गया है के जो लोग एमेथिस्ट धारण कर के सो जाते है उन्हें आगे होने वाली घटना सपने में ही दिख जाती है.
शरीर के लेवल पर देखे तो इसका संबंध सहस्त्रार चक्र से होता है जो दिमाग के सिस्टम को चलता है.तो किसी भी तरह के तनाव को ये कम करता है. शरीर की इम्युनिटी बढ़ाता है और खून को साफ़ करता है जिससे एक नेचुरल रूप से शरीर की क्लीनिंग होती रहती है. स्किन प्रॉब्लम और उच्च रक्तचाप में ये फायदेमंद है. बहुत सूक्ष्म स्तर पर ये शारीरिक और मानसिक शरीर में संतुलन स्थापित करता है जिससे ऐसे लोग जो मृत्यु के नज़दीक है उन्हें मानसिक रूप से राहत देता है. लेकिन फिर भी जिन्हे बहुत ज्यादा सपने आते है उन लोगो को ये स्टोन नहीं देना चाहिए.
एमेथिस्ट की बहुत सारी चीज़े आती है जैसे ब्रेसलेट, पॉइंटर, क्लस्टर, जीओड, रॉ, चुरा, पेंडंट जिनका अलग अलग तरह से उपयोग कैसे करना है ये आगे के चैप्टर्स में बताया जाएगा. लेकिन फिर क्लस्टर का उपयोग पुरे माहौल को ठीक करने के लिए किया जाता है और शरीर पर लाभ लेने के लिए गले में या हाथ में धारण किया जाता है जबकि डिप्रेशन में इसके गिलास से पानी पिया जा सकता है.
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