स्वाधिष्ठान चक्र हमारे शरीर का दूसरा चक्र होता जो मूलाधार चक्र के बाद आता है. मूलाधार चक्र के कारण हमे हमारे शरीर का एहसास होता है इसके बाद स्वाधिष्ठान चक्र के कारण हमारे अंदर अलग अलग तरह की भावनाएं आती है. हम क्या फील करते है इस चक्र से ही संबंधित होता है. sexual desires का संबंध भी इसी चक्र से होता है, ये मूलाधार चक्र के ऊपर स्थित होता है. आइये जानते है किस तरह ये हमारे शरीर में काम करता है और इसके बिगड़ने पर क्या समस्याऍ आती है.
Svadhisthana Chakra meaning in hindi
स्वाधिष्ठान यौन इंन्द्रियों मे स्थापित होता है.
तत्व - जल
रंग - नारंगी
गुण - निर्मल विद्या एवं निर्मल इच्छा चित्त हैं
स्थान - मूलाधार के ऊपर और नाभि के निचे।
इस चक्र का प्रतीक छह पंखुड़ियों वाला नारंगी रंग का एक कमल है.यह चक्र छ: पंखुड़ियों वाला कमल होता है तथा यह कमल छ: नाड़ियों का मिलन स्थान भी है. जिसकी लाल रंग की पती होती है. और इसके बीच में एक सफ़ेद रंग का चद्रमा होता है जो emotions दर्शाता है.
इस चक्र का main work भावना उत्पन्न करना होता है और इसका element जल है और हमारे शरीर का ज्यादातर हिस्सा water का ही होता है जिस कारण व्यक्ति सबसे भावनाओं के अधीन रहता है. इस अधिष्ठान चक्र स्थान के कारण प्रजनन संबंधी क्रियाएं सम्पन्न होती हैं. इसी चक्र के बिगड़ने के कारण किसी चीज़ की लत लगती है.
इस चक्र का balance बनाना बहुत जरूरी होता है क्यूंकि वयक्ति को किसी भी काम को करने के लिए भावना होना जरूरी होता है
अगर Svadhisthana Chakra बिलकुल ब्लॉक है तो आपके अंदर किसी प्रकार की भावना नही होगी आपको अच्छा या बुरा नही लगेगा। जब व्यकि को किसी चीज़ का गहरा डर लगता है तो उसे अन्य बातों में इंटरेस्ट नही होता वो इसी चक्र की कमजोरी दर्शाता है.
अगर Svadhisthana Chakra घटा हुआ है तो आपको खुद नही पता के आप क्या सोच रहे हो. अपने आप बंधा हुआ या stiffed सा महसूस करोगे.
यदि Svadhisthana Chakra आपका बड़ा हुआ है तो आपको हर वक़्त डर लग सकता है क्या होगा कैसे होगा। एक दम से आपके mood में बदलाव आने लगेंगे. आप हर वक़्त अपने आपको emotional states में पाओगे. .
problems regarding imbalance of second chakra
स्वाधिष्ठान चक्र के निर्बल एवं खराब होने पर अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जैसे खून की कमी, शरीर से दुर्गंध आना, नपुंसकता.
मानसिक परेशानियां (mental problems) - जैसे कि शराब की लत लगना, अकेलापन, भावनात्मक कष्ट तथा अस्थिरता का भाव होना, डर , लालसा, विश्वास जैसी भावना का समाप्त होना, अकेलापन महसूस करना।
how to heal Svadhisthana Chakra
इसके लिए यदि योग की बात की जाए तो यदि आपका चक्र घटा हुआ है तो Eka Pada Rajakapotasana , Baddha Konasana , Malasana , Utthan Pristhasana आपको करने चाहिए.
यदि बड़ा हुआ है तो आपको मूलाधार चक्र को बैलेंस करने वाले योग करने चाहिए।
इसके अलावा रत्न तथा क्रिस्टल (Second Chakra Stones and Crystal) का भी उपयोग किया जा सकता है जैसे हीरा, मोती, मून स्टोन, जैस्पर।
या aroma oil जैसे रोज़मेरी, गुलाब, शहद भी फायदेमंद होते है.
Comments
Post a Comment