vedic jyotish जिस व्यक्ति की कुण्डली में राहु परिभाषा योग (paribhasha yoga) होता है उस वयक्ति को राहु के बुरे प्रभाव नही मिलते .
how paribhasha yog form
कुंडली में जब राहु लग्न में स्थित हो या तीसरे , छठे या ग्यारह भाव में उपस्थित हो और साथ ही शुभ ग्रहों की दृष्टि हो तो राहु अपना बुरा प्रभाव छोड़ देता है .राहु का परिभाषा योग व्यक्ति को उत्तम स्वास्थ्य व् लाभ प्रदान करता है. जातक को ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ती।
ग्रहों की महादशा का वर्ष निर्धारित करने का आधार क्या है।
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