हमारी किस्मत की बुनियाद कितनी पक्की या कच्ची है यह भी यही घर बताता है। इस घर की शुभ स्तिथि हमारे भाग्य की कारक है। धर्म - कर्म, परोपकार का ज्ञान का भी यह घर है। पहला घर केवल 25 प्रतिशत परोपकार का है तो यह नौवां घर 75 प्रतिशत का है। जानते है ओरक्या क्या बताता है नौवां घर
ninth house as per lal kitab
हमारे जीवन की व्यस्तता और संघर्ष का प्रारूप यह नौवां घर है। हमारी व्यस्तता शुभ कामो के लिए खर्च होगी या जीवन का काफी समय बेकार की बातों में बीतेगा, इसका पता यह नौवां घर ही देता है।
nova ghar हमारे मकान के भीतरी हिस्से में हमारे बुज़ुर्गो के घर से इस घर का संबंध है। हमारे मकान के अंदर का नाप भी इसी घर से जाना जाता है। हमारी मानसिक जागरूकता का कारक यह घर है। रूहानी अंश का भी पता इसी घर से लगाया जा सकता है। इसी घर यह भी जाना जा सकता है की उसकी आध्यात्मिक प्रगति कितनी होगी।
हम जहाँ बैठकर अपना कार्य करते है या वैद्य - हकीम जहाँ बैठकर अपना काम करते है उसका कारक भी नौवां घर है। हमारे बुढ़ापे और उम्र से भी यह घर जुड़ा है।
यह घर हमसे आयु में बड़े बुजुर्गो का है। यह बुजुर्ग हमारे रिश्तेदार भी हो सकते है तथा अन्य भी। हम अपने बाप - दादा -पुरखों से क्या प्राप्त करेंगे? इसका उत्तर भी इसी घर से मिलेगा। हमारे बुजुर्गो की हालत कैसी होगी या उनके जीवन के अंत तक कैसी रहेगी, यह भी नौवां घर बताता है। हमारे बीते जमाने, भूतकाल का कारक भी यह घर है। हमारे पिछले जन्म और हमारे बचपन का सरोकार इसी घर से है।
वृक्षों और पौधों की दृष्टि से वृक्ष या पोधे की जड़ का संबंध इस घर से है। हंस, बुलबुल, नीलगाय और पानी एवं सूखे में चलने वाले जानवरों से इस घर का संबंध है। शारीरिक अंगो में से नाक के नथुने और शरीर के अंदर के वीर्य का कारक भी यही घर है।
नौवें घर का कारक बृहस्पति गृह है। शनि राशिफल का गृह है जिसका कोई उपाए नहीं है। बृहस्पति ग्रहफल का है, इसका उपाए हो सकता है।
यह घर हमसे आयु में बड़े बुजुर्गो का है। यह बुजुर्ग हमारे रिश्तेदार भी हो सकते है तथा अन्य भी। हम अपने बाप - दादा -पुरखों से क्या प्राप्त करेंगे? इसका उत्तर भी इसी घर से मिलेगा। हमारे बुजुर्गो की हालत कैसी होगी या उनके जीवन के अंत तक कैसी रहेगी, यह भी नौवां घर बताता है। हमारे बीते जमाने, भूतकाल का कारक भी यह घर है। हमारे पिछले जन्म और हमारे बचपन का सरोकार इसी घर से है।
वृक्षों और पौधों की दृष्टि से वृक्ष या पोधे की जड़ का संबंध इस घर से है। हंस, बुलबुल, नीलगाय और पानी एवं सूखे में चलने वाले जानवरों से इस घर का संबंध है। शारीरिक अंगो में से नाक के नथुने और शरीर के अंदर के वीर्य का कारक भी यही घर है।
नौवें घर का कारक बृहस्पति गृह है। शनि राशिफल का गृह है जिसका कोई उपाए नहीं है। बृहस्पति ग्रहफल का है, इसका उपाए हो सकता है।
Comments
Post a Comment