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शुक्र जिस भाव में होता है, वहीं से लौटती है आपकी "चमक" - Venus remedy for every bhava

जब जीवन बोझिल हो जाए, जब मन बुझने लगे – शुक्र हमें बताता है कि हम अपने भीतर की रौनक और दुनिया से प्रेम कैसे वापस पा सकते हैं। हर भाव का शुक्र अपनी अलग दवा है, अपनी अलग रोशनी है। आइये जानते है हर भाव के अनुसार शुक्र कैसे ठीक किया जाए.


लग्न भाव (1st House – स्वयं की छवि)

जिनका शुक्र पहले भाव में है उन्हें समझना चाहिए की नई ऊर्जा वहीं से आती है जहाँ आप खुद को आईने में चमकते देखते हैं। हेयरकट, कपड़े, या कोई छोटा-सा सौंदर्य रिचुअल – ये सब आपके आत्मविश्वास को जगाते हैं। चमक शुरू होती है अपने आपसे ही


द्वितीय भाव (2nd House – मूल्य और सुरक्षा)

जिन लोगो के दूसरे भाव में शुक्र है उनके लिए सुरक्षा ही उनकी असली रौनक है अब ये सुरक्षा चाहे धन की हो या परिवार की । स्वादिष्ट भोजन, मधुर संगीत, और धन का संतुलन – जब इंद्रियाँ संतुष्ट हों और जड़ें मज़बूत हों, तो चमक खुद लौट आती है।


तृतीय भाव (3rd House – वाणी और जिज्ञासा)

तीसरे भाव के शुक्र का मतलब ही है लिखना, बोलना, गाना या दोस्तों से बातें करना – यही आपके मन की चाबी है। आपकी चमक खेल और जिज्ञासा में छिपी है। जब आप सीखते और साझा करते हैं, आप फिर खिल उठते हैं। अपने कम्युनिकेशन सर्कल को बनाये रखे और अकेलेपन की तरफ ना जाएं। 


चतुर्थ भाव (4th House – घर और अंतरात्मा)

चौथा भाव मन से जुड़ा है और यहाँ शुक्र होने पर जब मन बिखरा हुआ हो, तो घर को सँवारिए। सफ़ाई, सजावट, परिवार संग समय – यही आपके भीतर की थकान धो डालते हैं। जब जड़ें पोषण पाती हैं, भीतर का दीपक जल उठता है। 


पंचम भाव (5th House – रचनात्मकता और प्रेम)

पांचवे भाव में जिनके शुक्र देव विराजमान है ऐसे लोगो के मस्ती करना मज़ा करना ही दवा का काम करता है। पेंटिंग, डांस, शौक़ या हल्की-फुल्की रोमांस की छुअन – यही आपके भीतर के  बच्चे को जगा देते हैं। आपकी चमक है – निर्मल आनंद। जितना ज्यादा खुश रहने की कोशिश करेंगे सब सही रहेगा। 


षष्ठ भाव (6th House – दिनचर्या और स्वास्थ्य)

छठे भाव में बैठे शुक्र वाले लोगो के लिए जीवन में स्पार्क तब लौटता है जब जीवन संगठित हो जाए एक तरह से सिस्टेमेटिक हो जाए । योग, सफाई, हेल्दी खाना या बस अपने कमरे को व्यवस्थित करना – ये सब आपके भीतर की ऊर्जा को रीसेट कर देते हैं। जिनके भी छठे भाव में शुक्र है ऐसे लोगो को अपने पहनावे पर ख़ास ध्यान देना चाहिए. 


सप्तम भाव (7th House – रिश्ते और सामंजस्य)

सातवें भाव में शुक्र वाले लोगो को प्यार से ही रौनक फिर से मिल जाती है। एक सच्ची बातचीत, कोई प्यारा रिश्ता, या साथी के साथ संतुलन – यही आपके चेहरे पर वह खोई हुई चमक लौटा देता है। आलस्य आपका सबसे बड़ा दुश्मन है इस बात का ध्यान रखना चाहिए और योग आपका सबसे अच्छा दोस्त. 


अष्टम भाव (8th House – गहराई और रूपांतरण)

आठवें भाव में बैठे शुक्र वाले लोगो के लिए जादू है – रूपांतरण करना यानी के अपने आप को एडजस्ट कर लेना । डायरी लिखना, शैडो वर्क, या गहराई में उतरना – जब आप पुराने बोझ को छोड़ते हैं, तभी आप नए जन्म की तरह चमकते हैं। हालाँकि आठवें शुक्र वाले लोगो के पास भूतकाल का बहुत सारा बोझ हो सकता है जो उन्हें भूलने की कोशिश करनी चाहिए।


नवम भाव (9th House – ज्ञान और विस्तार)

नवम शुक्र अब धर्म की तरफ चमक ढूंढता है और इनकी रौनक आत्मा की यात्रा में है। यात्रा, अध्ययन, दर्शन या मंदिर का दर्शन – जब आत्मा फैलती है, तब आपका चेहरा भी नई रोशनी से जगमगाता है। इन्हे घूमना और मनपसंद काम करना चाहिए न की समाज के डर में अपने आप को बांधने की आदत से बचना चाहिए. 


दशम भाव (10th House – करियर और पहचान)

दसवें शुक्र की लौ जलती है उपलब्धियों से। मंच पर चमकना, काम में पहचान पाना, या बस खुद को दुनिया के सामने प्रस्तुत करना – यही आपकी रौनक है। अपने आप को छुपाकर या दबाकर रखना छोड़ दीजिये खुलकर सामने आये और जैसे है वैसे ही अपने आप को accpet कीजिये। 


एकादश भाव (11th House – मित्र और समुदाय)

गयारहवें भाव में बैठे शुक्र के लिए चमक अकेली नहीं खिलती – यह दोस्तों और समुदाय के बीच और बढ़ती है। साझा सपनों और समूह ऊर्जा में आप अपनी खोई हुई रोशनी फिर पा लेते हैं। अच्छे दोस्त बनाये और अपनी लिमिट सेट करे. 


द्वादश भाव (12th House – आत्मा और शांति)

बारहवें भाव शुक्र की चमक सबसे रहस्यमयी मानी गयी है। ध्यान, मौन, सपनों की डायरी या प्रकृति में डूबना – जब आप जीवन की स्थिरता में समर्पित होते हैं, तभी भीतर से एक दिव्य रौनक लौट आती है। और जब पाखंड या दिखावे की तरफ जाते है तब नुकसान होता है आप दिखावा ना भी करे तो भी लोगों की नज़रो में आ जाओगे इसलिए खुद से मेहनत करने की जरुरत नहीं होती. लेकिन मन को जरूर साफ़ रखे. 


निष्कर्ष
शुक्र कोई साधारण ग्रह नहीं – यह आपकी आत्मा का इत्र है। यह जहाँ भी बैठा है, वहीं से वह आपको बताता है कि अंधेरों में भी रोशनी कैसे जगानी है।



शुक्र ग्रह के उपाय के ऊपर मैंने एक रिसर्च नोट्स बनाये हुए है जिसमे उपाय और परेशानी का कारण बताया हुआ है. उपाय ज्योतिष, आयुर्वेद, मनोविज्ञान और डेली लाइफस्टाइल के अनुसार बताये गए है जो कोई भी कर सकता है. यदि किसी को नोट्स चाहिए तो कांटेक्ट कर सकता है. NOTES FEE - 500/- WHATSAPP 9899002983

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