vedic astrology के अनुसार जब कोई ग्रह जब सूर्य के पास आ जाता है तो सूर्य के सबसे गर्म और तेज़ होने के कारण वह ग्रह अपनी शक्ति खो देता है या कमजोर हो जाता है. इसे अस्त ग्रह (combust planet) भी कहते है. इसके लिए ज्योतिषी को ग्रहों के अंश देखने पड़ते है.
combust planet astrology in hindi
degree for combust planets
चन्द्रमा - 12 degree
गुरु - 11 डिग्री
शुक्र - 10 degree
शुक्र - 10 degree
बुध - 14 degree
शनि - 15 degree
मंगल - 17 डिग्री
राहु-केतु छाया ग्रह होने के कारण कभी भी अस्त नहीं माने जाते.
janm kundali में ग्रह अस्त होने से उसके बल में कमी आ जाती है. इसके लिए पहले कुंडली का सही से analyse करना चाहिए। और अस्त ग्रह का उपाय करना चाहिए। इसके लिए पहले अस्त ग्रह की जरूरत पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। यदि उसे बल देना जरूरी है तो ही बल देना चाहिए.
combust planet की remedy के लिए stones और मंत्रो का सहारा लिया जाता है.

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