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स्त्रियों में मेकअप की रुचि – राहु और सौंदर्य का ज्योतिषीय रहस्य

  स्त्रियों में मेकअप की रुचि – राहु और सौंदर्य का ज्योतिषीय रहस्य मेकअप आज सिर्फ सौंदर्य बढ़ाने का साधन नहीं रह गया है, बल्कि यह आत्म-अभिव्यक्ति और रचनात्मकता का एक सशक्त माध्यम बन चुका है। जिस तरह कलाकार रंगों से कैनवास को सजाता है, उसी तरह एक स्त्री अपने चेहरे को सौंदर्य की अभिव्यक्ति बनाती है। इस कलात्मक प्रवृत्ति के पीछे ग्रहों का भी गहरा प्रभाव होता है, विशेष रूप से राहु , शुक्र , चंद्रमा और बुध ।

राहु की अन्य ग्रहो से युति – रहस्य, विस्तार और परिणाम

  राहु की अन्य ग्रहो से युति – रहस्य, विस्तार और परिणाम राहु... एक छाया ग्रह, जिसकी न कोई अपनी राशि है, न कोई स्थूल रूप, लेकिन इसके प्रभाव की गहराई को समझना हर ज्योतिषी के लिए एक रहस्यलोक की सैर जैसा है। आमतौर पर इसे पाप ग्रह माना जाता है, परन्तु जब राहु अनुकूल अवस्था में हो और जातक की वृत्ति या पेशेवर राह से मेल खा जाए, तो यह उसे आसमान की ऊँचाइयों तक पहुँचा सकता है। राहु का स्वभाव विस्तार देने वाला है — एक अनियंत्रित, अस्थिर, लेकिन शक्तिशाली विस्तार। जिस ग्रह के साथ यह जुड़ता है, उसकी करकत्व शक्ति को कई गुना बढ़ा देता है, परंतु भ्रम, भ्रमित निर्णय और अस्थिरता भी साथ लाता है। इस विस्तार को समझने के लिए राहु के अनिवार्य साथी — केतु — को भी समझना जरूरी है। ये दोनों हमेशा जन्म कुंडली में ठीक 180° पर विराजमान रहते हैं, जैसे जीवन के दो छोर। राहु जहां "बाहर की दुनिया" है, वहीं केतु "भीतर की खोज"। दोनों का संतुलन ही राहु की शक्ति को सही दिशा में ले जा सकता है।

ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह का छठे भाव में होना पिछले जन्म के अधूरे कर्म

 ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह का छठे भाव में होना पिछले जन्म के अधूरे कर्मों, खासकर महिलाओं और प्रेम संबंधों से जुड़े ऋण का संकेत है। इसे "स्त्री श्राप" भी कहा जाता है। यह स्थिति संकेत करती है कि जातक ने किसी पूर्व जन्म में स्त्रियों के प्रति गलत व्यवहार किया या रिश्तों में कर्तव्यों का पालन नहीं किया था, जिसका परिणाम इस जीवन में भुगतना पड़ रहा है।

पंचम भाव का स्वामी प्रत्येक भाव में (विस्तृत विवरण)

  🔱 पंचम भाव का स्वामी प्रत्येक भाव में (विस्तृत विवरण) 🔱 🌿 पंचम भाव (5th House) को ज्योतिष में बुद्धि, शिक्षा, संतान, प्रेम, रचनात्मकता और पूर्व जन्म के पुण्य से संबंधित माना जाता है। यह भाव हमारे मन की स्थिरता, निर्णय क्षमता, आत्म-अभिव्यक्ति और प्रेम संबंधों को दर्शाता है। 🌍 जब पंचम भाव का स्वामी किसी अन्य भाव में स्थित होता है, तो वह उस भाव के प्रभाव से मिलकर व्यक्ति के जीवन में विशेष फल प्रदान करता है। अब जानते हैं कि पंचमेश (पंचम भाव का स्वामी) जब अलग-अलग भावों में होता है तो क्या प्रभाव डालता है।

शुक्र-राहु युति" या "शुक्र राहु का योग

 शुक्र और राहु का संयोजन ज्योतिष में एक विशेष योग माना जाता है। इसे सामान्यतः "शुक्र-राहु युति" या "शुक्र राहु का योग" कहा जाता है। आइए इस संयोजन को विस्तार से समझते हैं: शुक्र और राहु का स्वभाव: शुक्र: प्रेम, सौंदर्य, कला, विलासिता, धन, भोग-विलास, आकर्षण और रिश्तों का प्रतिनिधित्व करता है। राहु: भ्रम, छल-कपट, आकस्मिक घटनाएं, माया, विदेशी चीजें, महत्वाकांक्षा, तीव्र इच्छा, अपरंपरागत मार्ग, टेक्नोलॉजी, और अचानक लाभ या हानि का कारक है।

शनि और आपका कर्म ऋण (भाव अनुसार) – एक विस्तृत व्याख्यान - Past life karma and saturm

  भूमिका (Introduction) नमस्कार, आज हम शनि ग्रह और हमारे कर्म ऋण (Karmic Debt) के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। शनि को न्यायाधीश और कर्म फलदाता कहा जाता है। जन्म कुंडली में शनि जिस भाव में स्थित होता है, वहां से यह संकेत देता है कि हमारे पिछले जन्म के कौन से कर्म इस जन्म में प्रभाव डाल रहे हैं। शनि हमें सिखाता है कि कैसे अनुशासन, धैर्य और कर्म के माध्यम से अपने जीवन में संतुलन लाया जाए। तो चलिए जानते हैं शनि का प्रभाव बारह भावों में और यह हमें कौन सा महत्वपूर्ण पाठ सिखाता है।

चतुर्थ भाव (4th House) और उसका स्वामी

  चतुर्थ भाव (4th House) और उसका स्वामी चतुर्थ भाव माता, गृह-सुख, वाहन, संपत्ति, ज़मीन-जायदाद, मन की शांति, और मानसिक सुख-सुविधाओं को दर्शाता है। जिस ग्रह के पास चतुर्थ भाव का स्वामित्व होता है, उसे चतुर्थ भावेश कहा जाता है। कुंडली में यह ग्रह जिस भाव में स्थित होता है, वहाँ की स्थितियों और कारकों को चतुर्थ भाव की ऊर्जा प्रदान करता है। चतुर्थ भाव का स्वामी (4th Lord) जब विभिन्न भावों में जाता है, तो उस भाव के साथ-साथ चतुर्थ भाव के कारक तत्वों में भी परिवर्तन और प्रभाव देखने को मिलता है। साथ ही, अगर वह शुभ ग्रहों से दृष्ट हो या पाप ग्रहों से दृष्ट हो, तो उसका फल और भी परिवर्तित हो जाता है।

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My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983