lecture 8 - पूर्व और दक्षिणपूर्व-पूर्व वास्तु ज़ोन्स
east vastu zone - zones में बात करते पूर्व वास्तु जोन की, इसका एरिया 78.75-101.25 degree का होता है. ये दिशा वायु तत्व से संबंधित होती है हम इस फेंगशुई की लकड़ी तत्व से भी लेंगे क्यूंकि प्रैक्टिकल लाइफ ये ज्यादा यूज़ होता है. इस जोन के दो संचालक होते है इंद्र और सूर्य देव... इस जोन को हम सामाजिक जुड़ाव से देखते है. कितने लोग हमे जानते है हमारी पहुँच कहाँ तक है. एक तरह से राजनितिक व्यक्ति के लिए यह बहुत जरुरी जोन होता है. लोगों का एक साथ लाने और उनमे संगठन बनाने की शक्ति इसी जोन से मिलती है. यह जोन संतुलन में होने पर व्यक्ति का समाज में नाम व् इज़्ज़त होता है साथ में उच्च अधिकारियों से सम्पर्क करके धन लाभ व् ऐश्वर्य पा सकता है. खराब होने पर नाम खराब होता है साथ ही बड़े लोगों से संबंध होने पर भी फायदा नहीं उठा पाते या हानि तक मिल सकती है. यहाँ brass का सूर्य या स्वस्तिक लगाना चाहिए. इस जोन में टॉयलेट, किचन, स्टोर आपके लिंक्स नहीं बनने देता और जो बनते है उनसे फायदा नहीं होता साथ ही सोसाइटी से जुड़ाव की कमी रहती है. जब आप सोचते है के काम पड़ने पर कौन हमारे साथ आएगा या हमारा सामान खरीदेगा कौन हमे सामान देगा या कोई रिश्ता कौन लाएगा तब यही शक्ति काम करती है. कभी कभी कुछ लोग अपने आप को दूसरे के सामने प्रकट नहीं पाते तब भी यह जोन खराब होता है.
southeast-east - दक्षिणपूर्व-पूर्व जोन जो की 123.75-146.25 degree का होता है. सत्य और भृश देवता की शक्ति इस जोन में होती है. ये जोन मंथन के लिए माना गया है साथ ही चिंता का समावेश इस जोन में दिखता है. जब भी लाइफ में कोई निर्णय लेने की बात आती है तब आप हर पहलु को ध्यान में रखते है क्या फायदा होगा क्या नुकसान ये सब इस जोन से संचालित होता है, कुछ लोग मिलते है जिनके हर निर्णय सही होते है वहां पर ये शक्ति बैलेंस में होती है. इस दिशा में कमरा होने पर उसमे रहने वाले हमेशा कुछ ना कुछ सोचते रहते है और रिजल्ट कुछ नहीं आता. स्वभाव अड़ियल किस्म का हो सकता है. लेकिन ये जोन ही सोच विचार के, पूरी तरह analyse करके निर्णय लेने की क्षमता देता है. लेकिन फिर भी इस जोन में room नहीं बनाना चाहिए, मंथन कक्ष इधर बनाया जा सकता है. साथ ही इस जोन में टॉयलेट, या dustbin रखा जा सकता है. इस जोन में बैडरूम होने पर गर्भ धारण करने में परेशानी आ सकती है, शास्त्रों में यहाँ मथनी रखने की सलाह दे जाती है.
lecture 1 - what is vastu shastra
 
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