आपने देखा होगा के कभी कभी आपके साथ या आपके कोई जानकार व्यक्ति के साथ कोई ना कोई कोर्ट कचहरी का चक्कर चलता ही रहता है. रोज कोई नया कारण पैदा हो जाता है. आज जानते है ग्रहो के अनुसार कौन कोर्ट के चक्कर लगने का कारण बनता है.
कोई भी इन चक्करो में नहीं पड़ना चाहता, समय और पैसा तो लगता ही है साथ ही सिस्टम ऐसा है के आपको बेचारा बना देता है. चलिए बड़े आसान शब्दों समझाने की कोशिश करता हूँ आप ध्यान कीजिये पूरी दुनिया में जज और वकील के कपड़ो का रंग कैसा है. काला रंग। शनि ग्रह का ये रंग आपको कोर्ट का मुँह दिखाता है लेकिन शनि भटकाव के कारक नहीं है अच्छा शनि जज बना सकता है. महात्मा गाँधी जी को बैरिस्टर बना दिया वो भी अपने समय का नामी।
भटकाव का कारक ग्रह राहु महाराज है. तो कुंडली में शनि राहु का संबंध अब चाहे युति हो या दृष्टि आपको कोर्ट के चक्कर लगवा सकता है. हर ग्रह की ऊर्जा अपने काम अनुसार एक जगह पर देखी जा सकती है. एक आपको और बात बता दू के कोर्ट केस की जड़ क्या होती है आप अगर ध्यान से देखो तो लड़ाई और ईर्ष्या सबसे बड़े कारण है. इसके अलावा कारण होते है लेकिन ये सबसे बड़े कारण है. आपको पता है लड़ाई और जलन का ग्रह हमेशा मंगल होता है. मैं यंहा बुरे मंगल की बात कर रहा हु, जी जब जातक ऐसी भावना लाने लगता है तो मंगल क्रूर हो कर शनि का रूप धारण कर लेता है.
ना जाने कितने केस तो ऐसे है जंहा सिर्फ माफ़ नाम शब्द ही नहीं आ रहा और केस चलता ही जा रहा है. तो ये मंगल देव की वजह से है जो अब रूप बदल रहे है इसे लाल किताब ज्योतिष में मंगल बद की संज्ञा दी गयी है.
अब शनि राहु के संबंध ने कोर्ट केस दिया और मंगल ने परेशान करने की ठान ली. यंहा एक बात और बता देता हू के जंहा शनि स्थिति हो कुंडली में वंहा से जुड़े दोष अपने जीवन में लाओगे तो राहु जिधर बैठा है उस भाव में परेशानी आएगी. जैसे शनि २ और राहु 7 तो जीतना झूठ बोलोगे उतना वैवाहिक जीवन और आमदनी खराब होगी।
अब काफी लोग जिन्हे ज्योतिष की भाषा में रूचि नहीं है उन्हें सिर्फ उपाय चाहिए तो बहुत सिंपल सा उपाय बता देता हूँ जिससे लाभ मिलेगा।
एक नारियल, १० साबुत बादाम, १० छुआरे शनिवार को मंदिर में दान करो
छोटा सा ये उपाय बहुत प्रभवशाली है. आपको केस में शांति जरूर देगा।
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