Skip to main content

लाल किताब के अनुसार ग्यारहवां घर क्या क्या बताता है



लाल किताब ज्योतिष के अनुसार ग्यारहवां घर लाभ का घर माना जाता है. दूसरों से लाभ लेने के लिए हम किस हद एक लालची बन सकते है ये घर  बताता है. हमारा घर बाहर से देखने में अच्छा लगता है या बुरा ये ग्यारहवां घर से ही पता  चलता है. जानते है और क्या क्या बताता है 11 number घर 





eleventh house as per lal kitab 



इस घर से ये भी पता चलता है के हम कितने लापरवाह है, इसमें कोई अशुभ ग्रह बैठा हो तो हम आलस के कारण या लापरवाही के कारण अनेक अच्छे अवसर खो देते है. हम कितने शुभ है या अशुभ है इसी घर से पता चलता है. 


ग्यारह नंबर खाना हमारी किस्मत की ऊंचाई या हम किस बुलंदी तक जा सकते है बताता है. दिशाओं की दृष्टि से ये पश्चिम दिशा का कारक है. हम कितना धन अपने प्रयतन करके कमाएंगे ये घर बताता है. हमारे पैदा होने के समय हमारे घरवालो की क्या  हालत थी ये घर से पता चलता है. 



आस्तिक है या नास्तिक ये घर बताता है. हम जो अपना मकान बनाएंगे या खरीदेंगे इस घर से पता चलता है. माथे का कारक यही घर है. 


हमने नौकरी की तो हमारा मालिक कैसा होगा उससे संबध कैसे होंगे ये घर बता देता है. इस घर का कारक शनि है. 







लाल किताब में केतु क्या क्या बताता है


Comments

ads

Popular posts from this blog

राहु की शरारत से बचने का उपाय - REMEDY OF RAHU

चन्द्रमा से बारहवें भाव में बैठे ग्रह का रहस्य - secret of twelfth from moon

श्वेतार्क की जड़ - ज्योतिष तंत्र आयुर्वेद सबको चाहिए

Popular posts from this blog

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

राहु की शरारत से बचने का उपाय - REMEDY OF RAHU

ऐसा माना जाता है के जब  आपके साथ अजीब अजीब सी घटनाये होने लगे जैसे अचानक कोर्ट केस, बीमारी जिसका कारण नहीं पता, कोई इलज़ाम या लानत या किसी झगड़े में आपका नाम आ जाना जिससे आपका कोई लेना देना ना हो तो समझिये ये राहु ग्रह की शरारत है. 

चन्द्रमा से बारहवें भाव में बैठे ग्रह का रहस्य - secret of twelfth from moon

नमस्कार आज बात करते है कुंडली में चन्द्रमा से बनने वाले एक योग की. ज्योतिष शास्त्र में इसे अनफा योग कहते है और ये तब बनता है जब चन्द्रमा से पिछले भाव में कोई ग्रह बैठा हो. लेकिन इसमें भी समझने वाली बात है के कौन सा ग्रह चन्द्रमा के पीछे है जिससे इस योग के फल प्राप्त किये जाते है. आइये जानते है आसान शब्दों में 

शुक्र राहु की युति को कैसे समझे - RAHU VENUS CONJUCTION

  राहु शुक्र की युति को लेकर काफी बड़ा ज्योतिष वर्ग नेगेटिव धारणा रखता है जो की आज के समय में काफी हद तक सही भी है. आपने बहुत आंधी देखी होगी और कभी कभी बहुत ज्यादा धुल भरी आंधी भी देखी होगी. लेकिन आप इमेजिन कीजिये शाम के समय जो आंधी आती है उसमे कालापन ज्यादा  होता है और एक अजीब सा बर्ताव आपको उसमे मिलेगा। ऐसा नहीं है के उसमे कुछ रहस्य है लेकिन प्रकाश की कमी की वजह से शाम की आंधी काली आंधी बन जाती है बस इसी को असली राहु शुक्र की युति समझे. 

मंगल ग्रह चौथे भाव में - mars 4th house

नमस्कार आज हम बात करेंगे एक ज्योतिष सूत्र की जिसमे हम समझेंगे मंगल ग्रह के चौथे भाव में बैठने के बारे में. जन्म पत्रिका में मंगल ऊर्जा का ग्रह है और मंगल ही वह ग्रह है जो अग्नि हर वक़्त व्यक्ति के आस पास रहती है चाहे वह पेट की अग्नि हो या घर की रसोई की या व्यक्ति की अंतिम अग्नि यानी चित्ता की. इससे हो कर जाना ही पड़ता है. चाहे कोई भी ग्रह हो सोना चांदी पीतल लोहा सबको आकार मंगल ही देता है.