वास्तु शास्त्र में पेड़-पौधे बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, हर जगह हर दिशा में पेड़-पौधे लगाना शुभ नहीं होता, सही दिशा में लगा पौधा काफी बरकत देता है.
पेड़ पौधों की वास्तु शास्त्र में दिशा
पेड़-पौधों की बात की जाये तो वास्तु के अनुसार ये लकड़ी तत्व दर्शाते है, इनकी दिशा पूर्व बताई गई है. पूर्व में पौधे लगाने से opportunities बढ़ती है, इसके साथ ही दक्षिण दिशा अग्नि सम्बन्धित होती है जिसको यदि अग्नि तत्व को बढ़ाना है तो पौधे लगाए जा सकते है.
दक्षिण दिशा में पौधे धन और समृद्धि देते है. उत्तर दिशा में छोटे पौधे लगाए जा सकते है लेकिन बड़े बिलकुल नही. पश्चिम व् उत्तर-पश्चिम में पौधे नही लगाने चाहिए.
दक्षिण-पश्चिम में पेड़ लगाने को लेकर वास्तु शास्त्र में अलग अलग मत है. कांटे वाले पौधे लगाने से बचना चाहिए वास्तु अनुसार ये पौधे पॉजिटिव ऊर्जा को काट देते है.
तुलसी व् मनी प्लांट दक्षिणपूर्व में अच्छे रहते है.
Trees and plants play a very important role in Vastu Shastra, planting trees and plants everywhere and in every direction is not auspicious, a plant planted in the right direction gives a lot of blessings.
Direction of trees and plants in Vastu Shastra
If we talk about trees and plants, according to Vastu they represent the wood element, their direction has been told in advance. Planting trees in the east increases opportunities, along with this the south direction is related to fire, if the fire element is to be increased then plants can be planted.
direction of trees and plants in vastu shastra
Plants in the south direction give wealth and prosperity. Small plants can be planted in the north direction but absolutely not big ones. Plants should not be planted in west and north-west.
There are different opinions in Vastu Shastra regarding planting trees in the south-west. One should avoid planting plants with thorns as according to Vastu, these plants cut off positive energy.
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