नमस्कार दोस्तों आज हम बात करते है ज्योतिष और अंगूठे के संबंध की. जिस तरह जो हमारे सिर के ढांचे को बुध माना जाता है जिसके अंदर ख्याल और एक तरह से हवाई लहर पैदा हुआ करती है जिसे पैदा करने का काम राहु का है. यानी अच्छा राहु अच्छे ख्याल पैदा करेगा। ठीक उसी तरह मन या दिल इंसान के चन्द्रमा से जोड़ कर देखा जाता है. मन में अच्छे-बुरे ख्याल चन्द्रमा के अंतर्गत आते है लेकिन इन ख्यालो में कितनी ताकत होगी ये राहु केतु ही बताएंगे।
Thumb analysis according astrology in hindi
इसी तरह इंसान का अंगूठा भी राहु केतु माना गया है, राहु केतु के जोड़ को ज्योतिष में शुक्र माना गया है यानि सम्पूर्ण अंगूठा शुक्र। ऊपर वाली पोरी केतु मानी और नीचे वाली राहु। हालाँकि यंहा शनि को नहीं लेंगे। अंगूठा पाप मुक्त होता है. acupressure में अंगूठा सिर माना जाता है.
अंगूठा लम्बा होने से व्यक्ति अपनी कामवासना पर काबू पाने में समर्थ होता है.
अंगूठा यदि मोटा हो तो गरीबी रह सकती है लेकिन अंगूठे की एक्सरसाइज से अंगूठे में बदलाव लाये जा सकते है.
छोटा अंगूठा कम होंसला होगा ये दर्शायेगा इसके अलावा व्यक्ति धोखे बाज़ भी हो सकता है.
अंगूठा सीधा हो तो व्यक्ति नरम दिल तो होगा लेकिन थोड़ी सांसारिक तकलीफ उसे रहेगी।
मोड़ने पर यदि अंगूठा पीछे की ओऱ जाए तो रूहानी ताकत उसके साथ रहेंगी, अच्छा होगा.
पोरी जितनी लम्बी होगी इंसान उतना बुद्धिमान और जिस्म की ताकत वाला होगा
पोरी छोटी होने पर कामवासना शांत नहीं होगी, जादू टोटके सीखने की इच्छा रखेगा।
उपायों के माध्यम से इसे समझ और सही किया जा सकता है यदि इच्छा हो तो.
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