Skip to main content

मिथुन राशि की विशेषताएं - mithun rashi in hindi

mithun-rashi-characterisitcs


मिथुन राशि का स्वामी बुध ग्रह है और यह वायु तत्व राशि है. मिथुन राशि का स्वरुप द्विस्वभाव है. यह व्यक्ति पूरी ऊंचाई लिए हुए, शरीर से भारी नहीं होते है, फिर भी दुबला पतला नहीं कहा जा सकता है. रंग खुला हुआ, चेहरा भरा हुआ होता है.बाल काले व पतले होते है व्यापारिक बुद्धि भी होती है.इनकी बुद्धि अन्तर्मुखी होती है.इनके मन की थाह पाना कठिन होता है. पर अपनी चालाकी व होशियारी से दूसरे के मन की थाह पा लेते है. आइये जानते है मिथुन राशि वालों के गुण 









mithun rashi (gemini) in hindi


बुध ग्रह को बुद्धि व वाणी का कारक माना जाता है. बुध जिस ग्रह के साथ होता है या जिस ग्रह के साथ बैठता है या जिस ग्रह का इस पर प्रभाव पड़ता है, यह वैसा ही हो जाता है. उसी के अनुसार व्यक्ति का रंग व character होता है. mithun राशि वाले पर संगत का असर जल्दी होते देखा गया है. बुरी संगत बुरा बना देती है, तथा अच्छी संगत, अच्छा बना देती है. यह शीघ्र ही दूसरों के प्रभाव तथा आकर्षण में आ जाते है.

character of mithun rashi



द्विस्वभाव राशि (dual character) के होने के कारण यह व्यक्ति प्रत्येक वस्तु के दोनों पहलूओं पर अच्छी तरह विचार करते है.तभी निर्णायक कदम उठाते है. क्रोध कम आता है. और यदि इस राशि वाले क्रोधित हो जाए तो, क्रोध शांत होने पर पश्चाताप भी करते है. 

ऐसे व्यक्ति अधिक बात करने वाले, भाषण देने में माहिर भी होते है. पढ़ने लिखने में बहुत ज्यादा दिलचस्पी लेते है.

business and professions for mithun rashi or gemini sign


इस राशि वाले व्यक्ति अधिकतर साहित्य, संपादन, लेखन, banking, से सम्बन्धित कार्य या व्यवसाय, प्रैस आदि इन कार्यों में उन्नति प्राप्त करके समाज में प्रतिष्ठित व्यक्ति के रूप में स्वयं को स्थापित कर सकने में सक्षम होते है.


यह व्यक्ति शारीरिक श्रम से ज्यादा दिमाग चलाने  पर ज्यादा जोर देते है.  इनमे self respect का भाव विद्यमान रहता है. तथा भौतिक सुख, साधनों एवं धनेश्वर्य से संपन्न रहते है. government या उच्च अधिकारी लोगो से संपर्क बना रहता है. 

health 

यह लोग नई नई बाते जानने के इच्छुक होते है. इनका शारीरिक स्वास्थ उत्तम रहता है. परान्तु कभी कभी इन्हें कमर संबंधी रोग, गुर्दा, मूत्रस्थली संबंधी रोग की संभावना रहती है.




mithun वाले लोग मन से धार्मिक होते  है.  साथ ही अवसर के अनुकूल आप सामाजिक जनों के मध्य उदारता तथा दानशीलता का भाव भी प्रदर्शित करते है.


positive and negative for mithun rashi



प्रकृति(nature of mithun sign) क्रूर स्वभाव, धातु प्रकृति,

अनुकूल रंग:- हरा,

शुभ दिन:- बुधवार,

 देवता (lord of mithun sign) गणपति, मां सरस्वती, मां दुर्गा जी,

व्रत-उपवास:- बुधवार,

अनुकूल अंक:- 5,

अनुकूल तारीखें:- 5, 14, 23,

अनुकूल वर्ष:- 21, 30, 39, 48, 57, 66, व 75वां वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण.

मित्र राशियां (friends of mithun sign) तुला, सिंह, कन्या, कुम्भ,

शत्रु राशियां (enemies of mithun rashi)कर्क, वृष, मेष,

नाम अक्षर: (name words for mithun rashi)- का, की, कू, घ, ङ, के, छ, को, हा,

व्यक्तित्व:- चतुर, निडर, बुद्धिमान,

सकारात्मक तथ्य:(positive points)- कुशल व्यापारी, वाक् पटु,

नकारात्मक तथ्य:(negative points)- निर्मोही, आत्मकेंद्रित, निष्ठुर,

राशि रत्न:-stone for mithun rashi -  पन्ना,

दिशा (direction for mithun rashi) पश्चिम,

Comments

Learn Astrology

you can buy recorded courses and research notes. contact on whatsapp @9899002983

About Me

My photo
prateek gupta
My Name is Prateek Gupta. I am a professional astrologer and vastu consultant. i am doing practice from many years. its my passion and profession. I also teach astrology and other occult subject. you can contact me @9899002983

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

भलाई करते ही बुरे हाल - ज्योतिष अनुसार ऐसा कब होता है

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

Popular posts from this blog

जन्म पत्रिका के पंचम भाव को ठीक करने का वैदिक सूत्र - SECRET REMEDY FOR FIFTH HOUSE ASTROLOGY

कुंडली का जो पंचम भाव होता है वो उत्साह को दर्शाता है एक ऐसा उत्साह जिसमे व्यक्ति को जीने की तमन्ना मिलती है आगे बढ़ने का भाव मिलता है. आज के समय में काफी बड़ा वर्ग सिर्फ शांति की तलाश में इधर उधर भाग रहा है. थोड़ी सी भी परेशानी उन्हें भीतर तक हिला देती है. इन सबका कारण कुंडली का पांचवा भाव होता है. आज जानते है ऐसे छोटे छोटे उपाय जिन्हे आप अपना कर कुंडली पांचवे भाव को ठीक रख सकते है.

दही से मिलता है आकर्षण सच या झूठ ?

नमस्कार, पीछे मैंने कुछ जगह ये बात सुनी कुछ ज्योतिषियों के मुख से के दही यदि प्राइवेट पार्ट पर लगायी जाए तो काफी आकर्षण आपके अंदर आ जाता है जिससे विपरीत लिंग के लोग आपकी ओर खासकर स्त्रियाँ आकर्षित होती है. इससे आपका शुक्र मजबूत होगा और आप एक परम आकर्षक व्यक्ति बन जाएंगे.

Shani Margi 2024 - शनि होंगे मार्गी कुम्भ राशि में, किस राशि पर क्या असर

 शनिदेव 15 नवंबर को मार्गी होने जा रहे है जो की लगभग 139 दिन की वक्र यात्रा पूरी करने के बाद अपनी खुद की राशि कुम्भ में मार्गी होंगे और इसका क्या प्रभाव हर राशि पर देखने को मिलेगा आइये जानते है. 

सब कुछ सही होने के बाद भी तरक्की नहीं - किस तरह का वास्तु दोष

कुछ लोगो को इस बात की शिकायत रहती है के इन्हे अंदर से ताकत नहीं मिल रही. सब कुछ है लेकिन फिर भी जोश उमंग की कमी है जो तरक्की करने में परेशानी दे रही है. आज बात करते है वास्तु शास्त्र में इस समस्या को कैसे देखते है और क्या है इसका समाधान।

राहु की शरारत से बचने का उपाय - REMEDY OF RAHU

ऐसा माना जाता है के जब  आपके साथ अजीब अजीब सी घटनाये होने लगे जैसे अचानक कोर्ट केस, बीमारी जिसका कारण नहीं पता, कोई इलज़ाम या लानत या किसी झगड़े में आपका नाम आ जाना जिससे आपका कोई लेना देना ना हो तो समझिये ये राहु ग्रह की शरारत है.